Vat savitri purnima 2022 : 14 जून 2022 को ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा के दिन वट सावित्री का व्रत रखा जाएगा। इस दिन वट यानी बरगद के पेड़ की पूजा, परिक्रमा और आराधना की जाती है। वट सावित्री का व्रत शादीशुदा महिलाएं अपने पति की भलाई और उनकी लम्बी उम्र के लिए रखती हैं। आओ जानते हैं इस दिन के खास 5 उपाय।
1. बरगद पूजा : इस दिन बरगद के पेड़ के नीचे विष्णुजी का ध्यान करते हुए घी का दीपक प्रज्वलित करें और साथ ही कपूर और लोंग भी जला दें। ऐसे करने से जीवन में आ रही बाधाओं से मुक्ति मिलती है। नौकरी में सफलता मिलती है। घर और बाहर हो रहा कलह कलेश बंद हो जाएगा।
2. शिवलिंग पूजा : बरगद के वृक्ष के नीचे स्थापित शिवलिंग की रोज पूजा करें, सुख और समृद्धि बढ़ जाएगी। बरगद के पेड़ के नीचे बैठकर पूजन, व्रत कथा कहने और सुनने से मनोकामना पूरी होती है। इस दिन शिव-पार्वती के साथ ही विष्णु-लक्ष्मी जी का पूजन अवश्य ही करना चाहिए।
3. चंद्र पूजा : पूर्णिमा के दिन चंद्रोदय के समय चंद्रमा को कच्चे दूध में चीनी और चावल मिलाकर मंत्र- 'ॐ स्रां स्रीं स्रौं स: चन्द्रमसे नम:' का जप करना उत्तम रहता है। मंत्र 'ॐ ऐं क्लीं सोमाय नम:' का जप करते हुए चंद्रमा को अर्घ्य देना चाहिए। इससे आर्थिक समस्या खत्म होती है।
4. पीपल पूजा : पूर्णिमा के दिन पीपल के वृक्ष पर मां लक्ष्मी का आगमन होता है। सुबह उठकर पीपल के पेड़ के सामने कुछ मीठा चढ़ाकर जल अर्पित करें। इससे माता लक्ष्मी की कृपा मिलेगी।
5. हनुमान पूजा : इस दिन नित्य कर्मों से निवृत्त होकर पवित्र हो जाएं फिर एक मिट्टी का दीपक हनुमान जी के मंदिर में जलाएं और हनुमान चालीसा का पाठ करें। ऐसा करने से सभी तरह की बाधाएं दूर हो जाएगी।