केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए कृषि कानूनों के खिलाफ राजधानी दिल्ली के बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन 12 दिनों से जारी है। केंद्र सरकार के साथ किसान नेताओं की पांच दौर की बातचीत हो चुकी है, लेकिन सरकार की अब तक की पहल नाकाम रही है। किसानों ने अपनी मांगों को लेकर कल यानि 8 दिसंबर को भारत बंद बुलाया है जिसे कई राजनीतिक दलों ने अपना समर्थन दिया है। इस बीच दावा किया जा रहा है कि किसानों के साथ हुई बातचीत के दौरान कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि अंबानी और अडानी के कहने पर कृषि कानून पारित किया गया है। इसको लेकर एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर शेयर किया गया है।
क्या है वायरल वीडियो में-
वायरल वीडियो में कहा जा रहा है- कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर के मुंह से एक बड़ा राज निकला है। यह खुलासा किसान नेताओं और केंद्र की मीटिंग के दौरान हुआ है, जिसकी जानकारी किसान नेताओं ने दी है। कृषि मंत्री ने किसानों से कहा कि आज मैं आपके कहने से कानून रद्द कर दूं लेकिन अंबानी और अडानी आकर हमसे कहेंगे कि कानून बनाओ। कृषि मंत्री के मुंह से निकले यह शब्द इशारा कर रहे हैं कि यह कानून किसके कहने पर बने हैं।
क्या है सच-
वायरल हो रहा दावा फेक है। भारत सरकार के प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) की ओर से इस दावे को गलत ठहराया गया है। PIB फैक्ट चेक के ट्विटर हैंडल से लिखा गया है- एक वीडियो में दावा किया गया है कि कृषि मंत्री तोमर ने कहा कि कुछ उद्योगपतियों के कहने पर कृषि कानून को पारित किया गया है। यह दावा फेक है। केंद्रीय कृषि मंत्री द्वारा ऐसा कोई बयान नहीं दिया गया है।
वेबदुनिया ने किसान अंदोलन से जुडे एक और वायरल दावे का खंडन किया था कि प्रदर्शनकारी किसानों ने भगवान राम के विरोध में भी बैनर दिखाए, जिसपर लिखा था- न मोदी, न योगी, न जय श्रीराम, देश पर राज करेगा मजदूर किसान। पूरा फैक्ट चेक पढ़ने के लिए
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