दो जोड़ी जूते हाथों में लिए भारतीय सेना के एक जवान की तस्वीर सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है। इसके साथ यह दावा किया गया है कि तस्वीर में दिख रहा जवान कश्मीरी युवाओं के जूते चुरा रहा है। फेसबुक पेज ‘Britton Georgia’ ने ‘खाने के अभाव के बाद अब भारतीय सेना जूते की किल्लत का सामना कर रही है। भारतीय सेना का एक जवान कश्मीरी युवाओं के जूते चुरा रहा है’ कैप्शन के साथ यह तस्वीर शेयर किया है। इस पोस्ट को अब तक 3200 बार शेयर किया जा चुका है। फेसबुक पेज ‘Kashmir’ ने भी इस तस्वीर को पोस्ट किया है, जिसे करीब 2100 बार शेयर किया गया है।
क्या है इस तस्वीर की सच्चाई..
वायरल तस्वीर पर PEERZADA WASEE 2018 लिखा दिख रहा है, तो हमने इस नाम को ट्विटर पर सर्च किया। हमें पीरजादा वसीम का ट्विटर हैंडल मिल गया। पीरजादा एक फोटो जर्नलिस्ट हैं और हमें उनके प्रोफाइल पर 13 सितंबर को शेयर की गई यह तस्वीर मिली। तस्वीर शेयर करते हुए उन्होंने लिखा है-
‘गुरुवार को सोपोर में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए आतंकवादियों के जूते लेकर जाता हुआ एक जवान। 13/2018 को एक मुठभेड़ में दो आतंकी मारे गए’
इस ट्वीट से स्पष्ट हो गया कि इस जवान ने कश्मीरी युवाओं के जूते नहीं चुराए हैं, बल्कि वह मुठभेड़ में मारे गए आतंकियों के जूते लेकर जा रहा है।
जब हमने इस मुठभेड़ के बारे में खोजबीन की, तो हमें न्यूज एजेंसी ANI द्वारा उसके ट्विटर हैंडल पर शेयर की गई एक तस्वीर भी मिली, जिसमें मारे गए आतंकियों के पास से बरामद सामान और जूते दिखाई दे रहे हैं। इस तस्वीर में वही दोनों जूते दिख रहे हैं, जो वायरल तस्वीर वाले जवान के हाथ में थे।
हमारी पड़ताल में वायरल तस्वीर तो असली निकली, लेकिन उसके साथ किया जा रहा दावा झूठा साबित हुआ।