क्या कल से PM मोदी के खिलाफ लिखने पर पुलिस आपको बिना वारंट के गिरफ्तार कर सकती है...जानिए वायरल मैसेज का सच...

Webdunia
शुक्रवार, 22 फ़रवरी 2019 (12:00 IST)
सोशल मीडिया पर एक मैसेज पिछले कुछ दिनों से वायरल है कि देश में कल से नए संचार नियम लागू हो रहे हैं। दावा है कि इन नियमों के तहत हमारे डिवाइसेज मंत्रालय के सिस्टम से जुड़ जाएंगे और हमारी सभी कॉल्स रिकॉर्ड की जाएंगी। सरकार इंटरनेट पर हमारी हरेक गतिविधि पर भी नजर रखेगी। मैसेज में आगे लिखा है कि सरकार या प्रधानमंत्री के खिलाफ कोई भी मैसेज न भेंजे। यही नहीं, आगाह भी किया गया है कि किसी भी राजनीतिक या धार्मिक मुद्दे पर मैसेज न भेंजे वरना बिना वारंट के ही गिरफ्तारी हो सकती है। यह मैसेज हिंदी ही नहीं अंग्रेजी में भी new communication regulations के नाम से वायरल हो रहा है।





आइए जानते हैं कितनी सच्चाई है इसमें...

जब हमने इस मैसेज की तफ्तीश शुरू की, तो पता चला कि यह मैसेज 2017 और 2018 में भी वायरल हुआ था। पिछली बार और इस बार के दावे में फर्क सिर्फ इतना है कि इस बार इसमें ‘मिनस्ट्री ऑफ इंटीरियर रेगुलेशन’ का जिक्र नहीं है। आपको बता दें कि यह एक फेक मैसेज है। न तो ऐसा कोई मंत्रालय भारत में है, और न ही ऐसा कोई नियम बना है।



हमारी पड़ताल में हमने पाया कि यह फेक मैसेज केवल भारत में ही वायरल नहीं हो रही बल्कि कतर, पाकिस्तान, सऊदी अरब, नाइजीरिया, फीजी और अन्य देशों में भी शेयर की जा रही है।



सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

बादल फटने, बाढ़ और भूस्खलन के लिए कौन है जिम्‍मेदार, जलवायु वैज्ञानिक ने दिया यह जवाब...

बिहार में वोटर लिस्ट विवाद के बीच चुनाव आयोग ने दी बड़ी राहत, बिना दस्तावेज के जमा करा सकेंगे गणना फॉर्म

चीन में बड़े बदलाव की आहट, क्या शी जिनपिंग 12 साल बाद छोड़ने जा रहे सत्ता? ताकत का बंटवारा क्यों कर रहा ड्रैगन का राजा

बिहार में वोटिंग लिस्ट पर बवाल, महुआ मोइत्रा ने सुप्रीम कोर्ट में दी EC के फैसले को चुनौती

ब्राजील पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी, कांग्रेस को क्‍यों याद आया 2012 का शिखर सम्मेलन

सभी देखें

नवीनतम

आतंकवादियों के खिलाफ प्रतिबंध लगाने में कोई हिचकिचाहट नहीं होनी चाहिए, ब्रिक्स में बोले PM मोदी

उज्जैन में मुहर्रम के दौरान बवाल, पुलिस ने किया लाठीचार्ज

9 जुलाई से पहले भारत-अमेरिका अंतरिम व्यापार समझौते पर गेंद वाशिंगटन के पाले में

Maharashtra : भाषा विवाद में कूदे दिनेश निरहुआ, ठाकरे बंधुओं को दी यह चेतावनी

बादल फटने, बाढ़ और भूस्खलन के लिए कौन है जिम्‍मेदार, जलवायु वैज्ञानिक ने दिया यह जवाब...

अगला लेख