क्यों कतराते हैं लोग बैंक जाने से , 7 कारण

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बैंक के काम निपटाना सिर पर मुसीबत के समान लगता है। लंबी लाइन, ढेर सारे कागज और बिजी बैंक कर्मी से काम करवाना जंग लड़ने जैसा लगता है। इस सबमें कई घंटें निकल जाते हैं। इसके अलावा एक ही विजिट में काम हो जाए ऐसा बहुत ही कम होता है। जानते हैं ऐसे 7 कारण जिनसे बैंक जाना किसी को पसंद नहीं। 


 
 
1. कोई भी काम एक खिड़की से न निपटाना 
 
काम कैसा भी हो। साधारण या असाधारण आपको इस खिड़की से उस खिड़की पर भेजा जाता है। सील, एंट्री जैसी कई चीजों के नाम पर आपको इस खिड़की से उस खिड़की पर लाइन में लगना पड़ता है।  
 
 
2. पैसे जमा करने के लिए लंबी लाइन 
 
डिपोज़िट काउंटर पर भी लंबी लाइन। बैंक में पैसा जमा करने से बैंक को भी फायदा होता है। ऐसे में केश रखने के लिए इतनी लंबी में इंतजार करना बड़ा ही मुश्किल काम है। बेहतर नहीं होगा कि आप बस जल्दी से इतना बड़ा कैश लें ले और जमा कर लें। आखिर पैसे देने वाले हर जगह इज्जत होती है। 
 
3. असुविधाजनक समय 
 
सुबह से शाम के बीच का समय। हम भी तो ऑफिस जाते हैं। शनिवार को आधे दिन। हर दिन बीच में लंच ऑवर पर बैंक काम ठप्प। भले ही आप पिछले दो घंटे से लाइन में लगे हैं परंतु लंच ऑवर में आपको एक और घंटे यहां वहां पास करना होगा। किस्मत जो खराब है। इस तरह से बैंक के काम निपटाना मुश्किल का काम है। 
 
4. अकाउंट बंद कराने पर भी झंझट 
 
किसी को अपना अकाउंट बंद कराना है तो क्या मुश्किल है। जल्दी से कर दीजिए पर नहीं, बैंक में इस तरह की सुविधा नहीं। बैंककर्मी हर दांव पेच आजमाएंगे कि आप अपना इरादा बदल दें। आपको ऐसे फायदे गिना देंगे जो आपको अब तक नहीं पता थे। 
 
5. अकाउंट खुलवाने में भी आती है मुश्किल 
 
अकाउंट खुलवाने पर आपकी जरूरी कागजात की एक लंबी लिस्ट सुना दी जाती है। अधिकतर आपको अकाउंट खोलने पर लगने वाले चार्जेस की जानकारी नहीं होती। आपसे किसी की ग्यारंटी मांगी जाती है जो उस बैंक में पहले से ही खातेदार हो। 
 
6. अकाउंट में नॉमिनेशन बदलवाना या नाम हटवाना 
 
अगर आप अपने अकाउंट के नॉमिनेशन में कुछ बदलाव चाहते हैं तो आप पर सवालों की बौछार हो जाती है। आपसे अचानक दिमाग बदलने का कारण पूछा जाता है। इसके बाद दुनियाभर के फॉर्म दे दिए जाते हैं। अब इस सब के बाद महीनों के इंतजार के लिए तैयार रहे, जिसके बाद ही आपका मनचाहा काम हो पाएगा। 
 
7. एक नंबर की तरह ट्रीटमेंट मिलना
 
हां हमें मालूम है कि उन्हें इंसान से नहीं उसके अकाउंट नंबर से मतलब है परंतु अगर हमें इंसान समझा जाए तो थोड़ा  बेहतर महसूस होगा। 

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