महिलाओं से जुड़े 20 चौंकाने वाले साइकोलॉजिकल फैक्ट्स, जानकर रह जाएंगे हैरान

WD Feature Desk
बुधवार, 14 मई 2025 (13:00 IST)
psychological facts about girls in hindi: हम सभी जानते हैं कि महिलाएं संवेदनशील होती हैं, लेकिन साथ ही वो मानसिक तौर पर बेहद मजबूत भी होती हैं। महिलाओं के सोचने, महसूस करने और निर्णय लेने के तरीके में कुछ ऐसी मनोवैज्ञानिक बातें छुपी होती हैं जो न केवल हैरान करती हैं बल्कि कई बार उनकी जिंदगी और रिश्तों को भी प्रभावित करती हैं। इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे महिलाओं और लड़कियों से जुड़े 20 ऐसे मनोवैज्ञानिक फैक्ट्स जो आपको हैरान कर देंगे। ये फैक्ट्स साइंस और रिसर्च पर आधारित हैं और इन्हें जानकर आप महिलाओं को और बेहतर तरीके से समझ पाएंगे।
 
1. महिलाएं मल्टीटास्किंग में होती हैं माहिर
रिसर्च के मुताबिक महिलाओं का दिमाग पुरुषों के मुकाबले मल्टीटास्किंग के लिए ज्यादा उपयुक्त होता है। वे एक साथ कई काम कर सकती हैं जैसे बात करना, खाना बनाना, बच्चों का ध्यान रखना और साथ ही ऑफिस का काम संभालना।
 
2. महिलाएं ज्यादा इमोशनल क्यों होती हैं?
महिलाओं के मस्तिष्क में "एमिगडाला" नाम का हिस्सा इमोशन्स को कंट्रोल करता है। ये पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में ज्यादा एक्टिव होता है, इसी वजह से वे भावनात्मक रूप से जल्दी प्रभावित हो जाती हैं।
 
3. महिलाएं बहुत डीटेल में सोचती हैं
महिलाएं किसी भी स्थिति या समस्या को गहराई से सोचने की आदत रखती हैं। उनके सोचने का प्रोसेस ज्यादा एनालिटिकल और रिलेशनल होता है। इसी वजह से वे किसी भी परिस्थिति में सही निर्णय लेने में सक्षम होती हैं।
 
4. महिलाओं की याददाश्त
महिलाएं आमतौर पर पुरुषों की तुलना में बेहतर मेमोरी रखती हैं। उन्हें बातचीत, चेहरे, तारीखें और इमोशनल घटनाएं ज्यादा अच्छे से याद रहती हैं।
 
5. महिलाओं में सहानुभूति की भावना 
एक शोध के अनुसार, महिलाएं स्वाभाविक रूप से ज्यादा इम्पेथेटिक (सहानुभूतिशील) होती हैं। यही वजह है कि वे दूसरों की भावनाओं को जल्दी समझ जाती हैं और बेहतर कनेक्शन बना पाती हैं।
 
6. तनाव के समय महिलाएं "टेंड एंड बिफ्रेंड" करती हैं
जहां पुरुष तनाव में लड़ाई या भागने की स्थिति में आ जाते हैं, वहीं महिलाएं दूसरों से जुड़ना और भावनात्मक सपोर्ट लेना पसंद करती हैं।
 
7. रंगों को बेहतर तरीके से पहचानती हैं
साइकोलॉजिकल रिसर्च के अनुसार महिलाएं रंगों की सूक्ष्म भिन्नताओं को पहचानने में पुरुषों से बेहतर होती हैं। उन्हें रंगों के शेड्स अधिक सटीक नजर आते हैं।
 
8. महिलाएं रिश्तों को ज्यादा प्राथमिकता देती हैं
महिलाएं समाज और रिश्तों को अपनी जिंदगी का अहम हिस्सा मानती हैं। उनका आत्म-सम्मान भी काफी हद तक उनके सामाजिक रिश्तों पर निर्भर होता है।
 
9. महिलाओं को तारीफ पसंद होती है, लेकिन सच्ची हो
महिलाएं तारीफ से खुश तो होती हैं, लेकिन अगर वो बनावटी लगे तो तुरंत समझ जाती हैं। उन्हें ईमानदारी से की गई तारीफ ज्यादा पसंद आती है।
 
10. महिलाएं खामोशी से झेल जाती हैं दर्द
चाहे शारीरिक हो या मानसिक, महिलाएं दर्द को ज्यादा देर तक सहन करने की क्षमता रखती हैं। यही कारण है कि वे अक्सर अपने संघर्षों के बारे में खुलकर बात नहीं करतीं।
 
11. महिलाओं की नींद में बाधा ज्यादा होती है
तनाव और चिंता के कारण महिलाओं की नींद अक्सर प्रभावित होती है। उनका दिमाग रात में भी एक्टिव बना रहता है, जिससे वे गहरी नींद में नहीं जा पातीं।
 
12. महिलाएं अक्सर दूसरों की तुलना खुद से करती हैं
सोशल मीडिया या रियल लाइफ में महिलाएं खुद की तुलना दूसरों से ज्यादा करती हैं। इससे उनकी आत्मछवि पर असर पड़ सकता है।
 
13. महिलाएं फैसले लेने में इंट्यूशन पर भरोसा करती हैं
महिलाओं की छठी इंद्रिय यानी "इंट्यूशन" काफी स्ट्रॉन्ग होती है। वे बिना ज्यादा लॉजिकल सोच के भी सही निर्णय ले लेती हैं।
 
14. महिलाएं ज्यादा बोलती हैं?
महिलाओं के मस्तिष्क में "वर्बल सेंटर" पुरुषों के मुकाबले ज्यादा सक्रिय होता है, जिससे वे दिनभर में औसतन 20,000 शब्द बोलती हैं, जबकि पुरुष लगभग 7,000।
 
15. महिलाएं ज्यादा स्ट्रेसफुल परिस्थितियों में भी शांत रहती हैं
महिलाओं की मानसिक सहनशीलता ज्यादा होती है, खासकर परिवार और बच्चों से जुड़ी स्थितियों में। वे स्थिति को नियंत्रण में रखना बेहतर जानती हैं।
 
16. महिलाओं को अपनी बॉडी इमेज की ज्यादा चिंता होती है
बॉडी शेप, स्किन टोन और लुक्स को लेकर महिलाएं खुद पर ज्यादा प्रेशर महसूस करती हैं। ये चिंता समाज के सौंदर्य मापदंडों से जुड़ी होती है।
 
17. महिलाएं सामाजिक स्वीकृति को ज्यादा महत्व देती हैं
महिलाएं दूसरों की राय और सामाजिक इज्जत को लेकर ज्यादा जागरूक होती हैं। उनकी मानसिक शांति भी इस बात से जुड़ी होती है कि समाज उन्हें कैसे देखता है।
 
18. महिलाएं बचपन से ज्यादा भावनात्मक रूप से जुड़ी होती हैं
लड़कियों को बचपन से ही भावनाओं को एक्सप्रेस करने की छूट मिलती है, जिससे उनकी इमोशनल ग्रोथ ज्यादा संतुलित होती है।
 
19. महिलाएं "नो" कहने में अक्सर हिचकिचाती हैं
अक्सर महिलाएं दूसरों को मना करने से डरती हैं, क्योंकि वे सामने वाले को दुखी नहीं करना चाहतीं। इससे कई बार वे खुद को नुकसान पहुंचा बैठती हैं।
 
20. महिलाएं जब साथ होती हैं तो पॉजिटिव वाइब्स बढ़ती हैं
महिलाएं जब आपस में भावनात्मक रूप से जुड़ती हैं तो उनमें एक खास पॉजिटिव एनर्जी बनती है, जो मानसिक सेहत को बेहतर बनाती है।

 
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