ऐसे लगाएं परमात्मा से योग

नम्रता जायसवाल
योग यानी जुड़ना और जुड़ना जिससे भी सच्चे मन से हो जाए, उससे ही योग लग जाता है। जब किसी को किसी से योग लगता है तब यह सहज ही हो जाता है। जैसे आपको किसी प्रिय को याद करते हुए मेहनत नहीं करनी पड़ती है। उस प्रिय की याद अपने आप में एक सुखद अनुभव होता है। यह प्रिय कोई भी हो सकता है प्रेमी-प्रेमिका या निराकार भगवान के प्रति आपका लगाव।
 
ऐसा भी जरूरी नहीं है कि आप किसी व्यक्ति विशेष या भगवान से ही जुड़ते हों। हो सकता है कि आपका मन किसी भौतिक चीज को प्राप्त करना चाहता है, जैसे कि अपना नया घर या कार लेने की इच्छा जिसके बारे आप पूरे दिन में चाहे न चाहे, कई बार सोचते हो। कब उस चीज की याद आपके मन में धीरे से चली आती है, आपको पता भी नहीं चलता।
 
कोई प्रेमी अपनी प्रेमिका को इतनी तल्लीनता से याद करता है, मानो उसे कई बार तो होश ही नहीं रहता कि पूरी महफिल के बीच वह अपने ही खयालों में खो चुका है। उन कुछ पलों में वह दुनिया से परे हो जाता है। केवल उसका शरीर तो हमारे सामने होता है लेकिन उसकी अंतरात्मा प्रेमिका के पास जा चुकी होती है। इस स्थिति से उसे बाहर लाने के लिए दूसरों को थोड़ी ऊंची आवाज में उसका नाम पुकारना पड़ता है व टल्ला देकर उसे यथार्थ में लाना पड़ता है। यही है सहजयोग।
ALSO READ: 10 पॉइंट में जानें जैन धर्म को
 
ऐसी ही स्थिति उस परमात्मा को याद करते हुए हो जाए, ऐसा ही आत्मप्रेम उस परमपिता से हो जाए, इसी स्थिति को स्वयं व परमात्मा के साथ पाने के लिए विभिन्न प्रकार से ध्यान किया जाता है। ध्यान के रास्ते पर चलते हुए उस परमात्मा तक पहुंचने से पहले आपको खुद तक पहुंचना होता है, खुद को खुद से जोड़ना होता है, अपने आपको जानना होता है, स्वयं की आत्मा के गुण जान लिए, तब उस तक पहुंचना मुश्किल नहीं रह जाता है।
 
कहा जाता है कि हर दिन कुछ समय खुद के साथ भी व्यतीत करना चाहिए। जब अपने रिश्तेदारों, सगे-संबंधियों से मिलने का वक्त हम थोड़े-थोड़े दिनों में निकालना जरूरी समझते हैं तो क्यों न कुछ वक्त अपने आपसे हर दिन जुड़ें और उस परमात्मा से योग लगाने की कोशिश करें।
ALSO READ: आपका जीवन बदल देंगे महर्षि वाल्मीकि के ये 16 अनमोल वचन...
 
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

क्या आप भी शुभांशु शुक्ला की तरह एस्ट्रोनॉट बनना चाहते हैं, जानिए अंतरिक्ष में जाने के लिए किस डिग्री और योग्यता की है जरूरत

हार्ट अटैक से एक महीने पहले बॉडी देती है ये 7 सिग्नल, कहीं आप तो नहीं कर रहे अनदेखा?

बाजार में कितने रुपए का मिलता है ब्लैक वॉटर? क्या हर व्यक्ति पी सकता है ये पानी?

बालों और त्वचा के लिए अमृत है आंवला, जानिए सेवन का सही तरीका

सफेद चीनी छोड़ने के 6 जबरदस्त फायदे, सेहत से जुड़ी हर परेशानी हो सकती है दूर

सभी देखें

नवीनतम

क्या संविधान से हटाए जा सकते हैं ‘धर्मनिरपेक्षता’ और ‘समाजवाद’ जैसे शब्द? क्या हैं संविधान संशोधन के नियम

सिरदर्द से तुरंत राहत पाने के लिए पीएं ये 10 नैचुरल और स्ट्रेस बस्टर ड्रिंक्स

'आ' से अपनी बेटी के लिए चुनिए सुन्दर नाम, अर्थ जानकर हर कोई करेगा तारीफ

आषाढ़ अष्टाह्निका विधान क्या है, क्यों मनाया जाता है जैन धर्म में यह पर्व

आरओ के पानी से भी बेहतर घर पर अल्कलाइन वाटर कैसे बनाएं?

अगला लेख