Malasana yoga : कब्ज और गैस है तो करें मलासन

अनिरुद्ध जोशी
योग आसन मलासन को करना बहुत ही आसान है। वैसे प्रतिदिन व्यक्ति यह आसन करता ही है परंतु इसे योग की विधि से किया जाए तो यह लाभदायक सिद्ध हो सकता है। इसे कब्ज और गैस का निदान ही नहीं होता है इससे और भी कई लाभ होते हैं। तो आओ जानते हैं मलासन करने की विधि और इसके फायदे।
 
 
मल+आसन अर्थात मल निकालते वक्त हम जिस अवस्था में बैठते हैं उसे मलासन कहते हैं। मलासन की एक अन्य विधि भी है, लेकिन यहां सामान्य विधि का परिचय। टॉयलेट जाने से लेकर दिनभर काम करने तक हम कुर्सी पर ही बैठते हैं। जिससे हमारे कमर और उससे नीचे के हिस्‍से की मांसपेशियों का व्‍यायाम बिल्‍कुल नहीं हो पाता। अगर आपकी दिनचर्या भी ऐसी है तो सुबह उठकर कम से कम दस मिनट मलासन में बैठेंगे तो इससे लाभ मिलेगा।
 
विधि : दोनों घुटनों को मोड़ते हुए मल त्याग करने वाली अवस्था में बैठ जाएं। फिर दाएं हाथ की कांख को दाएं और बाएं हाथ की कांख को बाएं घुटने पर टिकाते हुए दोनों हाथ को मिला दें (नमस्कार मुद्रा)। उक्त स्थिति में कुछ देर तक रहने के बाद सामान्य स्थिति में आ जाएं।
 
मलासन के फायदे : 
1. मलासन से घुटनों, जोड़ों, पीठ और पेट का तनाव खत्म होकर उनका दर्द मिटता है। 
2. इससे कब्ज और गैस का निदान भी होता है।
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

बारिश के मौसम में जरूर पिएं ये 5 हेल्दी ड्रिंक्स, शरीर को देंगे इम्युनिटी, एनर्जी और अंदरूनी गर्माहट

रोने के बाद क्या सच में आंखें हो जाती हैं स्वस्थ? जानिए इसके पीछे का साइंटिफिक सच

टॉप 7 फूड्स जो मसल्स रिकवरी को तेजी से सपोर्ट करते हैं, जानिए जिमिंग के बाद क्या खाना है सबसे फायदेमंद

दही खाते समय लोग करते हैं ये 8 बड़ी गलतियां, सेहत पर पड़ सकता है बुरा असर

शिव के विषपान प्रसंग पर हिन्दी कविता : नीलकंठ

सभी देखें

नवीनतम

कितनी दौलत की मालकिन हैं 'क्‍योंकि सास भी कभी बहू थी' की तुलसी विरानी...जानें स्‍मृति ईरानी के पास कितनी ज्‍वेलरी और प्रॉपर्टीज है

श्रावण मास: धार्मिक, सांस्कृतिक और वैज्ञानिक परिप्रेक्ष्य में एक सूक्ष्म विश्लेषण

कौन हैं भारत के सबसे अमीर मुस्लिम? भारत के सबसे बड़े दानवीर का खिताब भी है इनके नाम

नागपंचमी स्पेशल प्रसाद: जानें 6 विशेष भोग व पकवान

कारगिल की जंग में भारत के साथ थे कौन से देश और किसने दिया था दुश्मन पाकिस्तान का साथ, जानिए इतिहास