श्री गणेश चतुर्थी : भारत में कहां-कहां हैं भगवान श्री गणेश के सुप्रसिद्ध मंदिर

Webdunia
गुरुवार, 25 अगस्त 2022 (16:08 IST)
पूरे विश्‍व में गणेशजी की कई प्राचीन प्रतिमाएं हैं। भारत में यूं तो गणेशजी के गणेश मंदिर हैं, परंतु कुछ ऐसे खास मंदिर हैं जिनकी प्रसिद्धि और प्रताप दूर-दूर तक फैला और जहां लाखों की संख्या में भक्त उनके दर्शन करने आते हैं। आओ उन्हीं खास मंदिरों में से मात्र 16 ऐसे मंदिर जो हैं पूरे देश में सुप्रसिद्ध।
 
 
1. सिद्धि विनायक गणेश मंदिर, मुंबई : मुंबई प्रभादेवी में काका साहेब गाडगिल मार्ग और एस.के. बोले मार्ग के कोने पर वह मंदिर स्थित है, जहां देशभर से लाखों भक्त दर्शनार्थ आते हैं। 
 
2. दगडू सेठ मंदिर, पुणे : यह महाराष्ट्र का दूसरा सबसे प्रसिद्ध मंदिर है। इसे आम बोलचाल में दगडू सेठ का मंदिर भी कहते हैं। इसे श्रीमंत दग्‍दूशेठ नाम के हलवाई ने अपने बेटे की प्‍लेग से मौत हो जाने के बाद बनवाया था। इसी के साथ महाराष्‍ट्र में अष्टविनायक मंदिर भी प्रसिद्ध हैं।
 
2. चिंतामन गणपति, उज्जैन : उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर से करीब 6 किलोमीटर दूर ग्राम जवास्या में भगवान गणेश का प्राचीनतम मंदिर स्थित है। इसे चिंतामण गणेश के नाम से जाना जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार चिंतामण गणेश मंदिर माता सीता द्वारा स्थापित षट् विनायकों में से एक हैं। उज्जैन में तीन मंदिर प्रसिद्ध हैं- पहला चिंतामण, दूसरा इच्छामन और तीसरा सिद्धिविनायक। उज्जैन में बड़ा गणेश का मंदिर भी चमत्कारिक है।
 
3. खजराना गणेश मंदिर, इंदौर : मध्यप्रदेश में चिंतामण गणपति की तरह इंदौर का खजराना गणेश मंदिर भी काफी प्रसिद्ध है। 1735 में मंदिर का पहली बार जीर्णोद्धार देवी अहिल्याबाई ने कराया था।
4. रॉकफोर्ट उच्ची पिल्लयार मंदिर, तमिलनाडु : तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली (त्रिचि) में रॉक फोर्ट नामक पहाड़ी के सबसे उपर स्थित उच्ची पिल्लयार मंदिर बहुत ही प्राचीन माना जाता है। इससे जुड़ी एक मान्यता है कि यहां रावण के भाई विभीषण ने एक बार भगवान गणेशजी पर वार किया था। 
 
5. कनिपकम विनायक मंदिर, चित्तूर : यह मंदिर आंधप्रदेश के चित्‍तूर जिले में तिरूपति मंदिर से 75 किमी दूर स्थित है। यहां दर्शन के लिए आने वाले भक्‍त अपने पाप धोने के लिए मंदिर के पवित्र जल में डुबकी लगाते हैं।
 
6. मनकुला विनायगर मंदिर, पुडुचेरी : यह भारत के सबसे प्राचीन मंदिरों में से एक है। मान्‍यता है कि यहां भगवान गणेश की प्रतिमा को कई बार समुद्र में फेंक दिया गया था, लेकिन यह उसी स्‍थान पर फिर से रोजाना प्रकट हो जाती थी।
 
7. मधुर महागणपति मंदिर, केरल : यह भी अति प्राचीन मंदिर है जो मधुवाहिनी नदी के तट पर बना है। इस मंदिर की गणेश मूर्ति न ही मिट्टी की बनी है और न ही किसी पत्‍थर की यह न जाने किस तत्‍व से बनी है। इस मंदिर और इसकी मूर्ति को नष्ट करने के लिए एक बार टीपू सुल्‍तान यहां आया था परंतु यहां की किसी चीज ने उसे आकर्षित किया और उसका फैसला बदल गया।
 
8. डोडा गणपति मंदिर, बेंगलुरु : डोड्डा बसवन्ना गुड़ी में स्थित यह मंदिर कर्नाटक के बेंगलुरु में स्थित है जिसकी प्रसिद्धि भी दूर दूर तक फैली है।
9. त्रिनेत्र रणथंभौर गणेश मंदिर, सवाई माधोपुर, राजस्‍थान : वाइल्‍ड लाइफ के अलावा रणथंबौर नेशनल पार्क अपने मंदिर के लिए भी फेमस हैं। भारी संख्‍या में भक्‍तजन यहां गणेशजी के त्रिनेत्र स्‍वरूप के दर्शन करने आते हैं। करीब 1000 साल पुराना यह मंदिर रणथंबौर किले में सबसे ऊंचाई पर स्थित है।
 
10. गणेश टोक मंदिर, गंगटोक (सिक्किम) : बौद्ध धर्म के अनुयायियों के इस स्‍थान पर गणेशजी का यह मंदिर अपनी खूबसूरती और बेहतरीन लोकेशन के लिए प्रसिद्ध है। मंदिर के अंदर गणेश जी की विशाल और सुंदर प्रतिमा है। मंदिर के चारों तरफ परिक्रमा पथ से गंगटोक शहर का नजारा मन को मोह लेता है।
 
11. डोडीताल, उत्तरकाशी, उत्तराखंड : उत्तरकाशी जिले के डोडीताल को कुछ लोग गणेशजी का जन्म स्थान माना जाता है। यहां पर माता अन्नपूर्णा का प्राचीन मंदिर हैं जहां गणेशजी अपनी माता के साथ विराजमान हैं।  
 
12. सिद्धिविनायक, मेहमदाबाद, गुजरात : इस मंदिर की खासियत है कि यह मंदिर गणेशजी के आकार का ही बना है। शहर में वात्रक नदी के किनारे विशाल गणेश को देश का सबसे बड़ा गणेश मंदिर कहा जाता है। यहां मुंबई के सिद्धि विनायक मंदिर से लाई गई ज्योत की स्थापना की गई है।
 
13. मोती डूंगरी गणेश मंदिर, जयपुर : यहां दाहिनी सूंड वाले गणेशजी की विशाल प्रतिमा है। यहां पर गणेशजी को हनुमानजी की तरह ही सिंदूर का चोला चढ़ता है और भव्य श्रृंगार होता है।
 
14. ससिवेकालु और कदले कालू गणेश मंदिर, हम्पी, कर्नाटक : यहां मंदिर प्राचीन विजयनगर साम्राज्य की धरोहर है। इस मंदिर में लगभग 8 फीट ऊंची  भगवान गणेश की एक विशाल मूर्ति है, जो एक ही चट्टान खंड से उकेरी गई है। इसे विजयनगर साम्राज्य के राजा नरसिम्हा द्वितीय की याद में बनाया गया था।
 
15. गणपतिपुले मंदिर, रत्नागिरी, महाराष्ट्र : कोकण समुद्री तट पर गणेश का विशाल मंदिर बना है। यहां स्थित गणेशजी की प्रतिमा स्वयंभू है। गणेशजी यहां द्वारदेवता के रूप में भी पूजा जाता हैं, जो गणपतिपुले के नाम से प्रसिद्ध हैं।  
 
16. करपगा विनयगर मंदिर, पिल्लैयारपट्टी, तमिलनाडु : यह तमिलनाडु का बहुत ही प्राचीन मंदिर है। गणेश भगवान की मूर्ति पर की गई नक्‍काशी चौथी शताब्दी की मानी जाती है। मंदिर 1091 और 1238 ई. के बीच बनाया गया था।
 

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