दुबई:केएल राहुल तब हैरान रह गए जब उनसे पूछा गया कि क्या अफगानिस्तान के खिलाफ टी20 क्रिकेट में अपना पहला शतक लगाने वाले विराट कोहली को विश्वकप में रोहित शर्मा के साथ पारी का आगाज करना चाहिए।
औपचारिक रह गए इस मैच में रोहित ने विश्राम लेने का फैसला किया था जिसके बाद कोहली ने राहुल के साथ पारी की शुरुआत की।कोहली अगर पारी का आगाज करते हैं तो इसका मतलब होगा कि राहुल को बाहर बैठना पड़ेगा जिनके टी20 में बल्लेबाजी के रवैये लेकर सवाल उठ रहे हैं।
राहुल से जब संवाददाता सम्मेलन में कोहली से पारी का आगाज करवाने के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने उल्टा सवाल दाग दिया, तो क्या मैं खुद बैठ जाऊं।दरअसल इस प्रश्न को भले ही केएल राहुल हंसी में टाल गए लेकिन इसके पीछे अब उनका डर छुपा हुआ है।
भारत के लिए शीर्ष तीन बल्लेबाजी क्रम में लोकेश राहुल के पावर प्ले में विकेट बचाने की योजना टीम की मुश्किलें बढ़ा रही है।इसमें कोई शक नहीं की राहुल के पास प्रतिभा की कोई कमी नहीं है लेकिन वह एशिया कप में अपनी प्रतिष्ठा के अनुसार बल्लेबाजी करने में विफल रहे।
केएल राहुल ने अफगानिस्तान के खिलाफ एकमात्र अर्धशतक जड़ा लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। कुल 5 मैचों में केएल राहुल ने सिर्फ 132 रन बनाए।
एशिया कप के अंतिम मैच में भारतीय कप्तान का मानना है कि कोहली को बड़े स्कोर बनाने के लिए पारी का आगाज करने की जरूरत नहीं है।उन्होंने कहा, अगर आप दो-तीन अच्छी पारियां खेलते हैं तो आपका आत्मविश्वास बढ़ता है। उन्होंने जिस तरह से पारी खेली मैं उससे वास्तव में बहुत खुश हूं। आप सभी विराट कोहली को जानते हैं। आप वर्षों से उन्हें खेलते हुए देख रहे हैं। ऐसा नहीं है कि उन्होंने पारी की शुरुआत करते हुए शतक जड़े हों। यदि वह तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करते हैं तो तब भी शतक जड़ सकते हैं। यह भूमिकाओं से जुड़ा है और प्रत्येक खिलाड़ी की अपनी भूमिका होती है।
लेकिन इस बात को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता कि जब टीम का सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज रन बनाता है तो उससे टीम का भी मनोबल बढ़ता है।
राहुल ने कहा, निश्चित तौर पर विराट का लंबी पारियां खेलना टीम के लिए बहुत फायदे वाला है और जिस तरह से उन्होंने अफगानिस्तान के खिलाफ अपनी पारी खेली मुझे लगता है कि उससे वह बहुत खुश होंगे।उन्होंने कहा, वह अपने खेल पर काम कर रहे थे और आज उन्हें इसका फायदा मिला। एक टीम के तौर पर प्रत्येक खिलाड़ी का क्रीज पर समय बिताना महत्वपूर्ण है।
राहुल ने कहा कि पिछले तीन वर्षों में अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर पाने के बावजूद कोहली ने पहले की तरह कड़ी मेहनत जारी रखी और अपना रवैया नहीं बदला।
उन्होंने कहा, निश्चित रूप से विराट का जश्न मनाना राहत पहुंचाने वाला था। उनकी मानसिक स्थिति, रवैया या काम करने का तरीका नहीं बदला था। वह जिस तरह से मैच की तैयारियां करते थे उसमें किसी तरह का बदलाव नहीं हुआ था।
राहुल ने कहा,उन्होंने जिस तरह की पारी खेली उससे ड्रेसिंग रूम में किसी को हैरानी नहीं हुई। मुझे पूरा विश्वास है कि इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ा होगा।