गुरुवार के दिन भूलकर भी न करें ये 7 काम, वर्ना व्रत का नहीं मिलेगा फायदा

Webdunia
thursday upay 
 
धार्मिक शास्त्रों में जिस तरह सप्ताह का हर दिन विशेष माना गया है, वैसे ही हर दिन के देवता भी निश्चित है। गुरुवार का दिन श्रीहरि विष्‍णु तथा देवगुरु बृहस्पति का माना गया है। ज्योतिष शास्त्र तथा पुराणों में भी गुरुवार का खास महत्व कहा गया है। ज्योतिष की मानें तो गुरुवार के दिन कुछ ऐसे काम हैं, जिन्हें करने से जीवन में नकारात्मता आती है, इतना ही नहीं हमारे घर के बुजुर्ग लोग की हमें कुछ काम गुरुवार के दिन नहीं करने की सलाह देते हैं। 
 
आइए यहां जानते हैं ऐसे कौन से 7 कार्य हैं, जो गुरुवार (Thursday) को कतई नहीं करना चाहिए- 
 
1. कबाड़ : आपको बता दें कि गुरुवार के दिन ना तो पूरे घर की साफ-सफाई करें और ना ही कबाड़ को घर से बाहर निकालें। क्योंकि गुरुवार के दिन घर की अधिक साफ-सफाई या मकड़ी के जाले झटकना शुभ नहीं माना जाता है। अत: इस बात का ध्यान रखेंस
 
2. नाखून न काटें : गुरुवार को नाखून काटना शुभ नहीं माना गया है, यह धन हानि होने का प्रबल संकेत हैं। इससे घर के मुखिया की तरक्की कम होती है या बाधित होती है। घर में पीड़ा आती है। इसी वजह से बृहस्पतिवार के दिन नाखून काटने से बचना आवश्यक है। 
 
3. शेविंग करना : किसी भी जन्मकुंडली में दूसरा (2) और ग्यारहवां (11) भाव धन के स्थान होते हैं। गुरु ग्रह इन दोनों ही स्थानों का कारक ग्रह होता है। गुरुवार को गुरु ग्रह को कमजोर किए जाने वाले काम करने से धन की वृद्धि रुक जाती है। धन लाभ की जो भी स्थितियां बन रही हों, उन सभी में रुकावट आने लगती है। गुरुवार के दिन शेविंग करना भी इसीलिए निषेध है। शरीर के बालों को साफ करना गुरुवार के दिन उचित नहीं माना जाता है। अत: दाढ़ी तथा सिर के बाल नहीं कटवाने चाहिए।
 
4. बाल कटाना : गुरुवार के दिन बाल ना धोने वाला तर्क भी यहां भी लागू होता है। इस दिन बाल भी नहीं कटवाना चाहिए। बाल कटवाने का संतान और पति के जीवन पर गलत असर पड़ता है। उनकी उन्नति बाधित होती है। अत: सावधानी रखें तथा गुरुवार के दिन बाल काटना अवॉइड करें। 
 
5. पोंछा लगाना : जिस तरह बृहस्पति का प्रभाव शरीर पर रहता है, उसी तरह से घर पर भी बृहस्पति का प्रभाव उतना ही गहरा होता है। वास्तु के अनुसार घर में ईशान कोण का स्वामी गुरु होता है। ईशान कोण धर्म और शिक्षा की दिशा है। अत: इस दिन पोंछा लगाने से घर का ईशान कोण कमजोर होता है। ईशान कोण का संबंध परिवार के छोटे बच्चों से होता है। साथ ही घर के पुत्र संतान का संबंध भी इसी कोण से होता है। घर के बच्चों, पुत्रों, घर के सदस्यों की शिक्षा, धर्म आदि पर शुभ प्रभाव में कमी आती है। अत: गुरुवार के दिन पोंछा लगाने से बचना चाहिए।
 
6. बाल धोना : महिलाओं को गुरुवार के दिन बाल धोने से इसलिए मनाही की गई है। महिलाओं की जन्म कुंडली में बृहस्पति ग्रह पति का कारक होता है। साथ ही बृहस्पति ही संतान का कारक होता है। इस प्रकार अकेला बृहस्पति ग्रह संतान और पति दोनों के जीवन को प्रभावित करता है। बृहस्पतिवार को सिर धोने से बृहस्पति कमजोर होता है जिससे बृहस्पति के शुभ प्रभाव में कमी होती है।
 
7. सरसों या तिल का दीपक ना लगाएं : हिन्दू धर्म के अनुसार गुरुवार के दिन भगवान श्री विष्णु की पूजा तथा उपासना की जाती है। अत: बृहस्पतिवार को विष्णु की पूजा करते समय सरसों या तिल के तेल का दीया नहीं जलाना चाहिए। ऐसा करने से श्रीहरि नाराज होते है, तथा उनके भक्तों को व्रत का पूरा फल नहीं मिल पाता है। अत: इस दिन शुद्ध देसी घी का दीया जलाना उचित रहता है। 
 
अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। इनसे संबंधित किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

Vijaya Ekadashi
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

ज़रूर पढ़ें

Shardiya navratri 2025: शारदीय नवरात्रि के गरबा नृत्य की 5 खास बातें, डांस करते हो तो जान लें

Navratri status 2025: इन अर्थपूर्ण शब्दों में दें सभी को नवरात्रि पर्व की पावन शुभकामनाएं, पढ़ें 10 सबसे लेटेस्ट संदेश

Weekly Horoscope 22 To 28 September: नवरात्रि से शुरू हो रहा है सितंबर का नया सप्ताह, जानें किन राशियों पर होगी मां दुर्गा की कृपा

Shardiya Navratri 2025: शारदीय नवरात्रि: साधना के 9 खास नियम

Dussehra 2025 Date: विजयादशी दशहरा कब है?

सभी देखें

नवीनतम

24 September Birthday: आपको 24 सितंबर, 2025 के लिए जन्मदिन की बधाई!

Aaj ka panchang: आज का शुभ मुहूर्त: 24 सितंबर, 2025: बुधवार का पंचांग और शुभ समय

Vastu tips: घर की इस दिशा में ये 4 चीजें रखने से कुछ ही दिनों में चमकेगी किस्मत

September 23 Day and Night Equal: आज दिन रात होंगे बराबर, जानें खगोलीय कारण और ज्योतिषीय महत्व

Shardiya Navratri 2025: शारदीय नवरात्रि पर तृतीया देवी चंद्रघंटा की कथा, मंत्र और पूजा विधि

अगला लेख