कार्तिक शुक्ल पक्ष का पाक्षिक पंचांग : 19 नवंबर को देवउठनी ग्यारस, होगा तुलसी विवाह

पं. हेमन्त रिछारिया
* 'पाक्षिक-पंचांग': कार्तिक शुक्ल पक्ष 
 
'वेबदुनिया' के पाठकों के लिए 'पाक्षिक-पंचाग' श्रृंखला में प्रस्तुत है कार्तिक शुक्ल पक्ष का पाक्षिक पंचांग-
 
संवत्सर- विरोधकृत
संवत्- 2075 शक संवत् :1940
माह- कार्तिक
पक्ष- शुक्ल पक्ष (8 नवंबर से 23 नवंबर)
ऋतु: हेमंत
रवि: दक्षिणायने
गुरु तारा- उदित स्वरूप (12 नवंबर से अस्त स्वरूप रहेगा)
शुक्र तारा- उदित स्वरूप
सर्वार्थ सिद्धि योग- 8 नवंबर, 9 नवंबर, 11 नवंबर, 18 नवंबर, 20 नवंबर।   
अमृत सिद्धि योग- अनुपस्थित
द्विपुष्कर योग- अनुपस्थित 
त्रिपुष्कर योग- 13 नवंबर
रवि पुष्य योग- अनुपस्थित
गुरु पुष्य योग- अनुपस्थित
एकादशी- 19 नवंबर (देवप्रबोधनी एकादशी व्रत)
प्रदोष- 20 नवंबर (भौम प्रदोष व्रत)
भद्रा- 11 नवंबर (उदय-अस्त), 15 नवंबर (उदय-अस्त), 18 नवंबर (उदय)-19 नवंबर (अस्त), 22 नवंबर (उदय-अस्त)
पंचक- 15 नवंबर से प्रारंभ- 20 नवंबर को अस्त
मूल- 10 नवंबर से प्रारंभ-11 नवंबर को समाप्त 19 नवंबर से प्रारंभ- 21 नवंबर को समाप्त
पूर्णिमा- 23 नवंबर (कार्तिक पूर्णिमा)
ग्रहाचार: सूर्य-तुला राशि में (17 नवंबर से वृश्चिक राशि में), चंद्र- (सवा दो दिन में राशि परिवर्तन करते हैं), मंगल-कुंभ राशि में, बुध-वृश्चिक राशि में, गुरु-वृश्चिक राशि में, शुक्र-तुला राशि में, शनि-धनु, राहु-कर्क, केतु-मकर
व्रत/त्योहार: 8 अन्नकूट (श्री गोवर्धन पूजा), 9 नवंबर- भाई दूज,13 नवंबर- सूर्य षष्ठी
16 नवंबर- गोपाष्टमी,19 नवंबर- तुलसी विवाह (देवउठनी ग्यारस), 21 नवंबर-बैकुंठ चतुर्दशी 
23 नवंबर- कार्तिक पूर्णिमा, भीष्म पंचक पूर्ण।
 
(विशेष-उपर्युक्त गणनाओं में पंचांग भेद होने पर तिथियों में परिवर्तन संभव है।)


- ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया 
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र 
सम्पर्क: astropoint_hbd@yahoo.com

सम्बंधित जानकारी

Show comments

ज़रूर पढ़ें

राहु का कुंभ में गोचर, इन लक्षणों से जानिए कि क्या हो रहा है दुष्प्रभाव, बचने के उपाय

समय बहुत खराब आने वाला है, हनुमान चालीसा की ये 2 चौपाई बचाएगी

बृहस्पति वर्ष 2025 में अतिचारी होकर 3 बार करेंगे गोचर, वर्ष 2026 में मचाएंगे तबाही, भारत का क्या होगा?

पाकिस्तान में यहां शिव जी के आंसू से बना था अमृत कुंड, जानिए कटासराज शिव मंदिर का अद्भुत इतिहास

नौतपा 2025 : नवतपा के दौरान क्या करें और क्या न करें: जानें काम की बाते

सभी देखें

नवीनतम

23 मई 2025 : आपका जन्मदिन

23 मई 2025, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त

तेलुगु हनुमान जयंती कब है, क्यों मनाई जाती है, जानें इसके बारे में सबकुछ

2025 में कब मनाई जाएगी अपरा एकादशी, जानें पूजन के शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

अचला एकादशी व्रत से मिलते हैं ये 8 अद्भुत लाभ

अगला लेख