Pushya nakshatra 2019 कब है : इस बार 2 दिन है मंगलकारी संयोग, यहां पढ़ें सबसे अच्छे वाले शुभ मुहूर्त

पं. सुरेन्द्र बिल्लौरे
दीपावली के पहले जो पुष्य नक्षत्र आता है वह अत्यंत शुभ माना जाता है। पुष्य नक्षत्र के स्वामी शनि है। इस पुष्य नक्षत्र के दिन सोना, चांदी, वाहन, घर एवं दुकान खरीदी जाती है साथ ही विप्र बंधुओं द्वारा पंचांग, व्यापारी वर्ग द्वारा बहीखाते खरीदे जाते हैं। यदि यह सब उचित मुहूर्त जानकर खरीदे जाएंगे तो आपको इसका लाभ मिलेगा।
 
जानिए पुष्‍य नक्षत्र का सही मुहूर्त क्या है? 
 
इस वर्ष पुष्य नक्षत्र 21 अक्टूबर दोपहर 01:39 से 22 अक्टूबर दोपहर 3:38 तक रहेगा। समय में पंचांग भेद हो सकता है। इस बार दीपावली के पहले दो दिन पुष्य नक्षत्र होने से महत्व अधिक बढ़ गया है।
 
सोम पुष्य व मंगल पुष्य होने से सोमबार को सोना, चांदी, पुस्तक, बहीखाते व धार्मिक वस्तुएं ले सकते हैं एवं मंगलवार को मकान, सजावट की वस्तुएं, सोफा, वाहन इत्यादि खरीद सकते हैं।
 
पुष्य नक्षत्र खरीदी मुहूर्त :-
 
21 अक्टूबर 2019 को खरीदी के चौघड़िया  मुहूर्त- 
 
* लाभ चौघड़िया शाम 04:33 से 05:59 तक रहेगा।
 
* शुभ चौघड़िया रात्रि 07:33 से 09:05 तक रहेगा।
 
लग्नानुसार मुहूर्त 
 
* मेष लग्न शाम 05:47 से 07:29 तक रहेगा।
 
* वृषभ लग्न रात्रि 07:29 से 09:28 तक रहेगा।
 
* धनु लग्न सुबह 10:44 से 12:50 तक रहेगा। 
 
* कुंभ लग्न, दोपहर 02:42 से शाम 04:16 तक। 
 
22 अक्टूबर 2019 को खरीदी के चौघड़िया  मुहूर्त- 
 
* लाभ चौघड़िया दोपहर 12:12 से 01:39 तक रहेगा।
 
* अमृत चौघड़िया दोपहर 01:39 से 03:05 तक रहेगा।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

ज़रूर पढ़ें

कहीं आप शिवलिंग की अधूरी पूजा तो नहीं कर रहे हैं?

शिवलिंग की आधी परिक्रमा करने के पीछे का रहस्य जानें

सावन मास में भूलकर भी न करें ये 5 गलतियां, महादेव हो जाएंगे रुष्ट

नाग पंचमी का त्योहार कब रहेगा, क्या है पूजा का शुभ मुहूर्त

गुरु की राशि में शनि की वक्री चाल, 5 राशियों का बुरा हाल, 4 को होगा लाभ, 3 का मिश्रित परिणाम

सभी देखें

नवीनतम

Aaj Ka Rashifal: क्या कहते हैं आज के सितारे, जानें 17 जुलाई 2025 का दैनिक राशिफल

17 जुलाई 2025 : आपका जन्मदिन

17 जुलाई 2025, गुरुवार के शुभ मुहूर्त

18 जुलाई बुध कर्क राशि में वक्री गोचर, 4 राशियों को नौकरी और व्यापार में मिलेगा लाभ, करें उपाय

सावन मास के सोमवार को शिवलिंग के रुद्राभिषेक से मिलते हैं ये 5 लाभ

अगला लेख