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Shani aur surya ki yuti: 17 अक्टूबर तक शनि और सूर्य मिलकर बदलेंगे इन राशियों की किस्मत, होगा भाग्योदय

WD Feature Desk
शनिवार, 27 सितम्बर 2025 (10:11 IST)
Shani aur surya ki yuti: ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों की स्थिति और उनके बीच बनने वाले योग का गहरा महत्व होता है। यह योग व्यक्ति के जीवन को विभिन्न तरीकों से प्रभावित करते हैं। इस समय, कर्मफल दाता शनि और ग्रहों के राजा सूर्य एक-दूसरे के ठीक सामने होकर एक विशेष समसप्तक योग बना रहे हैं। यह स्थिति 17 अक्टूबर तक बनी रहेगी, जिससे कुछ राशियों को विशेष लाभ मिलने की संभावना है।

समसप्तक योग क्या है?: जब दो ग्रह एक-दूसरे से सातवें भाव में होते हैं, तो इसे समसप्तक योग कहा जाता है। इस समय, शनि ग्रह अपनी ही राशि कुंभ में हैं और सूर्य कन्या राशि में हैं, जिससे दोनों एक-दूसरे के सामने-सामने आ गए हैं। ज्योतिष के अनुसार, शनि और सूर्य के बीच का संबंध शत्रुतापूर्ण माना जाता है, लेकिन जब वे समसप्तक योग में होते हैं, तो इसका प्रभाव सकारात्मक हो सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जो अनुशासन और कड़ी मेहनत से काम करते हैं। यह योग कर्म और आत्म-विश्वास के बीच एक संतुलन स्थापित करता है, जिससे व्यक्तियों को अपने प्रयासों का फल मिलता है। आइए जानते हैं किन तीन राशियों को इस दुर्लभ योग का सबसे ज्यादा लाभ मिलेगा।
 
इन तीन राशियों को मिलेगा विशेष लाभ

1. मिथुन राशि: मिथुन राशि के जातकों के लिए यह गोचर करियर में नई उंचाइयां लेकर आएगा। शनि का प्रभाव आपके कार्यक्षेत्र में स्थिरता और वृद्धि लाएगा। आपके किए गए प्रयासों का सकारात्मक परिणाम मिलेगा और आपको पदोन्नति या वेतन वृद्धि के रूप में लाभ हो सकता है। व्यापार से जुड़े लोगों के लिए भी यह समय बहुत अच्छा है, क्योंकि नए अवसर और सौदे सामने आएंगे।

2. धनु राशि: धनु राशि के जातकों के लिए यह योग आर्थिक स्थिरता और समृद्धि लाएगा। आपके लंबे समय से रुके हुए काम पूरे होंगे और आपको धन लाभ हो सकता है। पारिवारिक जीवन में भी सुख और शांति बनी रहेगी। इस समय आप नए निवेश करने पर विचार कर सकते हैं, जो भविष्य में लाभदायक साबित होंगे।

3. मीन राशि: मीन राशि के लिए भी शनि का यह परिवर्तन बेहद शुभ है। इस अवधि में आपके रुके हुए काम पूरे होंगे और आपकी सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी। आपको अपनी मेहनत का पूरा फल मिलेगा और आप आत्मविश्वास से भरे रहेंगे। यह समय आपके लिए नए लक्ष्यों को निर्धारित करने और उन्हें प्राप्त करने का है।
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