शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या से हैं परेशान तो इन 8 अचूक उपाय से पाएंगे आराम

WD Feature Desk
शुक्रवार, 5 जुलाई 2024 (15:08 IST)
Shani Sade Sati dhaiya 2024: शनि की ढैया, साढ़ेसाती, दशा, महादशी और वक्री चाल में वे लोग ज्यादा परेशान होते हैं जिनका शनि नीच का होकर बैठा है या जिनके कर्म बुरे हैं। ऐसे में शनि ढाई नहीं तो साढ़े सात सल में राजा को भी रंक बना देता है। ढैया ढाई साल की और साढ़ेसाती साढ़े सात साल की होती है। यदि कर्म अच्छे हैं तो यह समय अच्‍छा भी रहता है। परंतु जब व्यक्ति बुरे कर्म करता है तो शनिदेव का चक्र प्रारंभ हो जाता है। जानें इससे कैसे बचकर रहें।
 
साढ़े साती के 3 चरण- Sade Sati ke teen charan: कहते हैं कि शनि की साढ़ेसाती के पहले चरण में शनि जातक की आर्थिक स्थिति पर, दूसरे चरण में पारिवारिक जीवन और तीसरे चरण में सेहत पर सबसे ज्‍यादा असर डालता है। ढाई-ढाई साल के इन 3 चरणों में से दूसरा चरण सबसे भारी पड़ता है।ALSO READ: कुंभ राशि पर चल रहा है शनि की साढ़ेसाती का दूसरा चरण, संभलकर रहें
 
शनि की साढ़ेसाती : शनि के कुंभ राशि में रहने के कारण मकर, कुंभ और मीन राशि वालों के ऊपर शनि की साढ़ेसाती है।
 
शनि की ढैया : कुंभ राशि में शनि के प्रवेश करते ही कर्क और वृश्चिक राशि वालों पर शनि की ढैया शुरू हो गई थी।
 
1. मकर पर साढ़ेसाती : मकर राशि वालों पर शनि की साढे़साती का आखिरी चरण चल रहा है। कर पर साढ़ेसाती 26 जनवरी 2017 से शुरू हुई थीँ, जो 29 मार्च 2025 को समाप्त होगी।
 
2. कुंभ पर साढ़ेसाती :  कुंभ राशि पर शनि की साढ़ेसाती का दूसरा चरण चल रहा है। आप पर शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव 3 जून 2027 तक रहेगा। कुंभ राशि वालों को 23 फरवरी 2028 को शनि की साढ़ेसाती से निजात मिलेगी। 
 
3. मीन पर साढ़ेसाती : मीन पर है साढ़ेसाती का असर है। आपकी राशि पर शनि की साढ़ेसाती प्रारंभ होकर इसका पहला चरण 29 मार्च 2025 तक चलेगा और इस राशि पर 7 अप्रैल 2030 तक साढ़ेसाती रहेगी।ALSO READ: 30 वर्षों बाद शनि की मंगल पर तीसरी दृष्टि से 3 राशियों को मिलेगा अपार धन और पद प्रतिष्ठा
 
4. कर्क और वृश्‍चिक पर शनि की ढैया : 17 जनवरी 2023 को कुंभ राशि में शनि के प्रवेश करते ही कर्क और वृश्चिक राशि वालों पर शनि की ढैया शुरू हो गई थी। यह ढाई वर्ष तक रहेगी। 
 
साढ़े साती से बचने के उपाय। Shani ki sade sati se bachne ke upay: 
 
1. कुत्ते, कौवे या गाय को रोटी खिलाते रहें।
 
2. अंधे लोगों को समय समय पर खाना खिलाते रहें।
 
3. शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष में दिया जलाते रहें।
 
4. शनि मंदिर में शनि से जुड़ी वस्तुएं दान करते रहें।
 
5. कम से कम 11 शनिवार को शनि मंदिर में छाया दान करें।
 
6. साफाईकर्मी, मजदूर और विधवाओं को कुछ न कुछ दान देते रहें।
 
7. हनुमान जी की शरण में रहें और नित्य हनुमान चालीसा पढ़ते रहें।
 
8. शराब न पीएं, ब्याज का धंधा न करें और न ही झूठ बोलें। पराई महिला पर बुरी नजर न रखें। अपने कर्मों को शुद्ध बनाकर रखें।
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