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Margashirsha Amavasya 2025: आपका जीवन बदल देंगे मार्गशीर्ष अमावस्या के ये 8 कार्य, हर समस्या का होगा समाधान

WD Feature Desk
मंगलवार, 18 नवंबर 2025 (16:45 IST)
2025 Margashirsha Amavasya: हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि का विशेष महत्व है, लेकिन मार्गशीर्ष मास में आने वाली अमावस्या, जिसे अगहन अमावस्या भी कहते हैं को अत्यंत पवित्र और फलदायी माना जाता है। यह दिन न केवल पितरों को शांति प्रदान करने के लिए श्रेष्ठ है, बल्कि जीवन में रुके हुए कार्यों और समस्याओं के समाधान के लिए भी विशेष कार्य किए जाते हैं। आइए इस लेख के माध्यम से जानते हैं...ALSO READ: Margashirsha Amavasya: मार्गशीर्ष अमावस्या कब है, 19 या 20 नवंबर? जानें शुभ मुहूर्त
 
1. पवित्र नदी में स्नान और दान: इस दिन पवित्र नदी (जैसे गंगा) में स्नान करें। यदि यह संभव न हो, तो घर पर ही नहाने के पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान करें। स्नान के बाद सूर्यदेव को अर्घ्य दें। जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र, कम्बल, या भोजन दान करें। दान करने से अक्षय फल की प्राप्ति होती है और जीवन के कष्ट दूर होते हैं।
 
2. पितृ तर्पण और शांति: यह दिन मुख्य रूप से पितरों/ पूर्वजों को समर्पित होता है। पितरों की तृप्ति और पितृ दोष को समाप्त करने के लिए तिल, कुश/ घास, और जल से तर्पण करें। तर्पण करते समय 'ॐ पितृदेवो नमः' या 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र का उच्चारण करें।
 
3. भगवान विष्णु और श्रीकृष्ण की उपासना: मार्गशीर्ष मास भगवान विष्णु और श्रीकृष्ण का प्रिय मास है। उनकी प्रतिमा या तस्वीर पर पंचामृत से अभिषेक करें। उन्हें तुलसी दल, पीले पुष्प, चंदन और मिठाई अर्पित करें। 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र का जाप करें या सत्यनारायण भगवान की कथा का पाठ करें।ALSO READ: Margashirsha Amavasya 2025: मार्गशीर्ष अमावस्या के उपायों से जीवन में बनेगा एक नई शुरुआत का संयोग, जानें 8 प्रमुख उपाय
 
4. पीपल के पेड़ की पूजा और दीपदान: इस दिन पीपल के वृक्ष में सभी देवी-देवताओं और पितरों का वास माना जाता है। शाम के समय पीपल के नीचे सरसों के तेल का एक दीपक जलाएं। यह उपाय पितृ दोष को शांत करता है और परिवार में सुख-समृद्धि लाता है।
 
5. मनोकामना पूर्ति के लिए दीपक का उपाय: अपनी मनोकामना पूर्ति के लिए, किसी पवित्र नदी या जलाशय के पास आटे का दीपक बनाएं। उसमें घी या तेल डालकर जलाएं और उसे प्रवाहित करें। मान्यता है कि इससे सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
 
6. सात्विक भोजन और व्रत: इस दिन व्रत रखें या दिनभर सात्विक भोजन अर्थात् बिना लहसुन-प्याज का भोजन ग्रहण करें। मांस और मदिरा का सेवन न करें। सात्विक जीवनशैली अपनाने से मानसिक शांति मिलती है।
 
7. आध्यात्मिक क्रियाएं और मंत्र जाप: घर या मंदिर में दीपदान करें। ध्यान, मंत्र जाप और भजन-कीर्तन में समय बिताएं। अपने इष्टदेव या भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करें।
 
8. व्यापार/करियर में सफलता का उपाय: यदि कारोबार में उतार-चढ़ाव आ रहा है, तो मिट्टी से बना हाथी घर लाएं और उसे उचित स्थान पर रखें। उस पर लाल कपड़ा ओढ़ाकर धूप-दीप से पूजा करें और मंगल के मंत्र का जाप करें।

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