pushya nakshatra के दिन करें इस पेड़ की पूजा, बदल जाएगी किस्मत

अनिरुद्ध जोशी
पुष्‍य पुष्‍य नक्षत्र को नक्षत्रों का राजा कहा गया है। प्रत्येक नक्षत्र का एक प्रतिनिधित्व वृक्ष या पौधा होता है। इसी तरह पुष्‍य नक्षत्र का भी एक पेड़ है जिसकी पूजा करने से सभी तरह का संकट मिटता है और लक्ष्मी की प्राप्ति होती है।
 
 
पुष्य नक्षत्र का स्वामी शनि है जबकि नक्षत्र देव बृहस्पति है और यह नक्षत्र चंद्रमा की कर्क राशि में विचरण करता है। अत: शनि के मान से शमी और बृहस्पति के मान से पीपल का वृक्ष इस नक्षत्र का प्रतिनिधित्व करता है। अधिक जगह पर पीपल के वृक्ष की पूजा का विधान बताया गया है।
 
पुष्य में बृहस्पति का व्रत और पूजन किया जाता है। पीपल के पेड़ को पुष्य नक्षत्र का प्रतीक माना जाता है इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग अपने घर के खाली हिस्से में पीपल का वृक्ष लगाकर उसकी पूजा करते हैं जिससे उनके जीवन में हमेशा सुख, शांति और समृद्धि बनी रहती है। अंजीर और गूलर या खरपत्री का वृक्ष भी पुष्‍य नक्षत्र का प्रतिनिधित्व करता है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

ज़रूर पढ़ें

कैलाश मानसरोवर यात्रा 2025 पर जाने के लिए कैसे कराएं रजिस्ट्रेशन?

12 साल बाद बृहस्पति का मिथुन राशि में गोचर, 12 राशियों का राशिफल

बुद्ध जयंती कब है, गौतम सिद्धार्थ नेपाली थे या भारतीय?

भगवान परशुराम और श्री राम एक ही काल में साथ-साथ थे तो दोनों विष्णु के अवतार कैसे हो सकते हैं?

अमरनाथ यात्रा के बीच इन 5 कठिनाइयों का करना पड़ता है सामना

सभी देखें

नवीनतम

25 अप्रैल 2025 : आपका जन्मदिन

25 अप्रैल 2025, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त

अप्रैल में जन्में बच्चों में होती है ये खासियत, जानिए कैसे होते हैं दूसरों से अलग

वास्तु के अनुसार कैसे प्राप्त कर सकते हैं नौकरी

Aaj Ka Rashifal: 24 अप्रैल का राशिफल, व्यापार, नौकरी, रोमांस, करियर और सेहत की जानकारी

अगला लेख