समाजवादी पार्टी (SP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार रात कहा कि वह अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद सपरिवार दर्शनार्थी बनकर अवश्य जाएंगे। सपा प्रमुख यादव ने शनिवार रात सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर चंपत राय को लिखे एक पत्र को शेयर किया है, जिसकी शुरुआत में उन्होंने आदरणीय श्री चंपत राय जी, महासचिव, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र, अयोध्या संबोधन के साथ लिखा है, श्री राम जन्मभूमि मंदिर, अयोध्या के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के स्नेह निमंत्रण के लिए धन्यवाद एवं समारोह के सकुशल संपन्न होने की हार्दिक शुभकामनाएं।
इस पत्र में सपा प्रमुख ने कहा कि हम प्राण प्रतिष्ठा समारोह के पश्चात सपिरवार दर्शनार्थी बनकर अवश्य आएंगे। आज प्राप्त निमंत्रण के लिए पुन: धन्यवाद।
हालांकि, सपा प्रमुख यादव ने शुक्रवार को कहा था कि उन्हें अयोध्या में होने जा रहे भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का निमंत्रण न तो व्यक्तिगत रूप से और न ही कूरियर से मिला है।
उन्होंने यह भी कहा कि अगर उन्हें निमंत्रण कूरियर से भेजा गया है तो उसकी रसीद उन्हें दिखा दी जाए, ताकि यह पता चल सके कि निमंत्रण सही पते पर ही भेजा गया है या नहीं।
क्या कहा था : राजधानी में समाजवादी पार्टी कार्यालय में शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में अखिलेश ने अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में आमंत्रित किए जाने के सवाल पर कहा कि यह (BJP) अपमानित करने का काम करते हैं। मुझे कोई निमंत्रण नहीं मिला हैं। जब हम कोई कार्यक्रम करते हैं तो अपने परिचित को ही निमंत्रण देते हैं। हम किसी राह चलते को निमंत्रण नहीं देते। हमें कोई निमंत्रण नहीं दिया गया है।
इससे पहले विश्व हिन्दू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल से पूछा गया कि क्या सपा प्रमुख अखिलेश यादव को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए निमंत्रण भेजा गया हैं?
इस पर उन्होंने जवाब दिया कि निमंत्रण उन तक पहुंचा है, या नहीं, यह मैं नहीं कह सकता लेकिन निमंत्रण सूची में उनका नाम है। इनपुट भाषा