पुण्य का पड़ाव ही नहीं, नव्य अयोध्या के वैभव की पहचान भी है राम की पैड़ी

अवनीश कुमार
रविवार, 14 जनवरी 2024 (12:29 IST)
Ayodhya news in hindi : अयोध्या के त्रेतायुगीन वैभव व आधुनिक विकास के नए प्रतिमानों संग तालमेल को अगर कोई स्थान सबसे अच्छे से परिभाषित कर सकता है। तो वह निश्चित तौर पर राम की पैड़ी ही है। पौराणिक काल से इस क्षेत्र का अपना महत्व रहा। वर्षों तक अवहेलना का शिकार रही राम की पैड़ी का भी कायाकल्प शुरू किया है। इसके चलते अयोध्या की गौरवगाथा में एक नया अध्याय जुड़ गया।
 
राम की पैड़ी पुरातन अयोध्या के साथ ही नव्य अयोध्या के वैभव का भी सबसे अहम पड़ाव है। यह श्रद्धा का केंद्र तो है ही, साथ ही नदी किनारे सुकून से परिवार संग सांस्कृतिक कार्यक्रम देखते हुए वक्त बिताने का मनोरम स्पॉट भी है। यहां आर्टिफिशियल चैनल के जरिए सरयू नदी का पानी लाया गया है तथा यह हेरिटेज सिटी के तौर पर अयोध्या के खोए वैभव को साकार करने की दिशा में सकारात्मक माध्यम बनकर उभरा है।
 
योगी सरकार ने 105.65 करोड़ रुपए के विभिन्न जीर्णोद्धार व विकास कार्यों को पूरा कर नव्य आभा व भव्य स्वरूप से राम की पैड़ी को सुशोभित किया गया है।
 
प्रभु श्री राम ने लक्ष्मण जी को बताई थी पैड़ी की महिमा : राम की पैड़ी सरयू नदी के किनारे स्थित घाटों की एक श्रृंखला है। यहां को लेकर ऐसी पौराणिक मान्यता है कि श्रीराम इसी पैड़ी से होकर सरयू में स्नान करने जाते थे।
 
कहा जाता है कि एक बार जब लक्ष्मण जी ने सभी तीर्थों के दर्शन करने का मन बनाया तो श्रीराम ने अयोध्या में सरयू किनारे तट पर खड़े होकर कहा कि जो व्यक्ति सूर्योदय से पूर्व इस स्थल पर सरयू नदी में स्नान करेगा उसे समस्त तीर्थ में दर्शन करने के समान पुण्य प्राप्त होगा।
 
माना जाता है कि सरयू के जिस तट पर श्रीराम ने ये बात कही वहीं आज राम के पैड़ी के नाम से प्रसिद्ध है। यही वजह है कि पूर्णिमा पर यहां स्नान का विशेष महत्व है और यहां स्नान करने वाले को सभी तीर्थों का पुण्य यहां स्नान करने से मिल जाता है।
 
योगी राज में भव्य हुआ स्वरूप : राम की पैड़ी का जो आज भव्य स्वरूप देखने को मिल रहा है। इस पहले पिछले बड़े स्तर का जीर्णोद्धार कार्य 1985 में हुआ था। मगर, अयोध्या को उसके पुरातन स्वरूप प्रदान करने के लिए राम की पैड़ी अपने वास्तविक भव्य व अलौकिक स्वरूप में संवर उठी है। जिसको लेकर जिला प्रशासन रात और दिन एक कर रहा है।
 
इतना ही नहीं, अयोध्या के पुरातन मंदिरों में शुमार नागेश्वर नाथ मंदिर, चंद्रहरि मंदिर, विष्णु हरि मंदिर व सरयू मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में भी भारी वृद्धि हुई है।
 
श्री चंद्रहरि महादेव मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष स्वामीकृष्णकान्ताचार्य ने इस विषय में बताया कि राम की पैड़ी का जो भव्य सौंदर्यीकरण योगी सरकार द्वारा किया गया है वह न केवल अनुकरणीय है बल्कि इसमें पुराणों में उल्लेखित राम की पैड़ी के स्वरूप का भी ध्यान रखा गया है।
 
उनके अनुसार, सीएम योगी के इतर किसी भी अन्य मुख्यमंत्री सपने में भी राम की पैड़ी व अयोध्या के जीर्णोद्धार को इतने भव्य स्वरूप में पूर्ण नहीं कर सकता था। 
 
इन कार्यों ने राम की पैड़ी को बनाया खास
पंप हाउस रीकंस्ट्रक्शन : राम की पैड़ी पर 24.81 करोड़ रुपये की लागत से पंप हाउस का रीकंस्ट्रक्शन कर आर्टिफिशियल चैनल में जलस्तर को बनाए रखने में मदद मिली।
 
चैनल री-कंस्ट्रक्शन : 56.03 करोड़ रुपए के जरिए पार्ट बी रीकंस्ट्रक्शन ऑफ चैनल प्रक्रिया को पूर्ण किया गया। इसके जरिए पूरे चैनल में कई बैराज बनाए गए जिनके जरिए जलस्तर को बरकरार रखने में मदद मिली। इसके साथ ही, पक्के घाटों के निर्माण व जीर्णोद्धार प्रक्रिया को भी पूर्ण किया गया।
 
म्यूरल आर्ट पेंटिंग : राम की पैड़ी पर दीवारों को म्यूरल आर्ट के जरिए भी सजाया जा रहा है जिसमें रामायण के प्रसंगों समेत पौराणिक घटनाओं व पात्रों के मनमोहक चित्रण को देख लोग सुखद आश्चर्य से भर उठते हैं।
 
लाइट एंड साउंड शो : यहां भरत व शत्रुघ्न घाट के बीच विशाल प्रोजेक्टर स्क्रीन लगाई गई है जिसके जरिए एक बार में हजारों लोग भव्य साउंड व लेजर शो का मजा ले सकते है।
 
इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले : घाट पर विभिन्न स्थानों पर बड़े-बड़े इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले भी लगाए गए हैं जिनमें रामानंद कृत रामायण को दिखाया जाता है। इसके अलावा भक्ति गीत और सरकारी योजनाओं के बारे में इनके जरिए जागरुकता का प्रसार भी किया जाता है।
 
कल्चरल एरिया : घाट पर एक विशिष्ट सांस्कृतिक स्थल भी है जो ओपन एयर थिएटर का कार्य करता है। यहां विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का मंचन भी 15 जनवरी से 22 जनवरी के मध्य होगा।
 
सोलर विंटेज लाइटिंग : राम की पैड़ी पर सोलर पैनल युक्त विक्टोरियन विटेज थीम्ड आर्क व एलईडी लैंप युक्त लाइटिंग की गई है जो घाट समेत पूरे पेवमेंट को शानदार लुक देता है। इसके अतिरिक्त, घाट पर फसाड लाइटिंग भी की गई है जो नव्य आभा प्रदान करता है।
 
भव्य फाउंटेन डिस्प्ले : राम की पैड़ी के सरयू चैनल में पंप हाउसेस इंस्टॉलेशन के जरिए भव्य फाउंटेन को भी लगाया गया है जो आकर्षक रोशनी सज्जा व साउंड सिंक्रोनाइजेशन के जरिए भव्य व सुकूनमय आभा प्रदान करता है।
Edited by : Nrapendra Gupta 

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

श्रीराम कथा

भगवान राम का जन्म लाखों वर्ष पहले हुआ था या 5114 ईसा पूर्व? जानिए रहस्य

भगवान राम के संबंध में 12 रोचक तथ्‍य, आप भी जानिए इस रहस्य को...

उत्तर रामायण : लव और कुश का जीवन परिचय

दिवाली पर जब श्रीराम अयोध्या आए तो हुआ इस तरह स्वागत

राम के वंशज आज भी हैं, जानिए कौन हैं और रहते हैं कहां

भगवान राम की सेना में कौन क्या था, आप भी जानकर हैरान रह जाएंगे

महर्षि वाल्मीकि की रामायण और गोस्वामी तुलसीदास की रामचरितमानस के उत्तर कांड में फर्क क्यूं?

रामायण काल की 5 खास बातें, जानकर चौंक जाएंगे

वन में प्रभु श्रीराम ने किए थे ये 7 कार्य

कैसे हुई थी प्रभु श्रीराम की मृत्यु

भगवान श्री राम ने भी उड़ाई थी पतंग, रामचरित मानस के बालकांड में है उल्लेख

रामचरित मानस की ये 10 चौपाई आपके जीवन को बदल देगी, होगा चमत्कार

एकश्लोकी रामायण : मात्र एक श्लोक में संपूर्ण रामायण, राम कथा

रामायण का जटायु पक्षी गिद्ध, गरुड़ या कुछ और

भगवान श्री राम अयोध्या आगमन के पहले कहां रुके थे?

सभी देखें

अन्य समाचार

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन का ऐलान, डोनाल्ड ट्रंप को शांतिपूर्ण तरीके से सौपेंगे सत्ता

मल्लिकार्जुन खरगे ने PM मोदी पर लगाया वादाखिलाफी का आरोप

छठ पूजा पर लाखों व्रतियों ने अस्ताचलगामी सूर्य को दिया अर्घ्य

जम्मू-कश्मीर में आतंकियों ने की 2 ग्राम रक्षा गार्ड की हत्या, सोपोर में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़

मौसम बदलने के साथ ही बदला रामलला का राग-भोग

अगला लेख