मात्र 12 वोटों के अंतर से नीतीश की पार्टी ने जीती यह सीट, मच गया बवाल

Webdunia
बुधवार, 11 नवंबर 2020 (07:51 IST)
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव में हिलसा सीट महज 12 वोटों के अंतर से जद(यू) के खाते में चली गई। यहां जदयू के कृष्ण मुरारी शरण ने राजद के अत्री मुनि को मात दी।
 
चुनाव आयोग की वेबसाइट पर मंगलवार देर रात अपडेट की गई सूचना के अनुसार, जद (यू) के कृष्ण मुरारी शरण उर्फ प्रेम मुखिया को 61,848 वोट मिले हैं जबकि निकटतम प्रतिद्वंद्वी राजद उम्मीदवार अत्री मुनि उर्फ शक्ति सिंह यादव को 61,836 वोट मिले हैं।
 
चुनाव आयोग ने हिलसा सीट के लिए कॉलम में लिखा है ‘परिणाम घोषित’ और जीत का अंतर 12 वोटों का बताया है।
 
राजद का गंभीर आरोप : इससे पहले रात करीब 10 बजे जब हिलसा सीट पर अभी मतगणना जारी की स्थिति आ रही थी तो उस वक्त राजद ने गिनती में गड़बड़ी का आरोप लगाया था।
 
पार्टी ने ट्वीट कर आरोप लगाया था, 'हिलसा विधानसभा क्षेत्र से राजद प्रत्याशी शक्ति सिंह को निर्वाचन अधिकारी ने 547 वोट से विजयी घोषित कर दिया था। सर्टिफ़िकेट लेने के लिए इंतज़ार करने को कहा गया। सीएम आवास से रिटर्निंग अधिकारी को फ़ोन आता है। फिर अचानक अधिकारी कहते हैं डाक मत रद्द होने के कारण आप 13 वोट से हार गए।'
 
क्या बोला चुनाव आरोग : चुनाव आयोग ने अपने ऊपर कहीं से किसी भी दबाव के आरोप से इनकार किया है। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

PAN 2.0 Project : अब बदल जाएगा आपका PAN कार्ड, QR कोड में होगी पूरी कुंडली

तेलंगाना सरकार ने ठुकराया अडाणी का 100 करोड़ का दान, जानिए क्या है पूरा मामला?

Indore : सावधान, सरकारी योजना, स्कीम और सब्सिडी के नाम पर खाली हो सकता है आपका खाता, इंदौर पुलिस की Cyber Advisory

क्‍या एकनाथ शिंदे छोड़ देंगे राजनीति, CM पर सस्पेंस के बीच शिवसेना UBT ने याद दिलाई प्रतिज्ञा

संभल विवाद के बीच भोपाल की जामा मस्जिद को लेकर दावा, BJP सांसद ने शिव मंदिर होने के दिए सबूत

सभी देखें

नवीनतम

संभल में कैसे भड़की हिंसा, DM राजेंद्र पेंसिया ने बताई पूरी सचाई

LIVE: बांग्लादेश में इस्कॉन से जुड़े धर्मगुरु चिन्मय कृष्ण दास प्रभु गिरफ्तार

दुष्कर्म और कई राज्‍यों में की हत्‍या, 1 दर्जन से ज्‍यादा केस दर्ज, आरोपी गुजरात से गिरफ्तार

Pakistan : इमरान के समर्थकों ने इस्लामाबाद की ओर निकाला मार्च, पीटीआई के शीर्ष नेताओं ने जेल में की मुलाकात

Maharashtra का मुख्यमंत्री चुनने में महायुति को आखिर क्यों हो रही है इतनी देरी

अगला लेख