बॉलीवुड के दिवंगत अभिनेता धर्मेंद्र की आखिरी फिल्म 'इक्कीस' 25 दिसंबर को रिलीज होने जा रही है। मेकर्स ने हाल ही में धर्मेंद्र की आवाज में फिल्म की एक मार्मिक कविता रिलीज कर उन्हें श्रद्धांजलि दी है। इस कविता में धर्मेंद्र अपने गांव जाने की इच्छा जता रहे हैं।
यह कविता धर्मेंद्र ने ही लिखी थी। फिल्म के टीजर में फैंस धर्मेंद्र की आवाज सुनकर काफी इमोशनल हो गए हैं। इस टीजर को शेयर करते हुए मेकर्स ने लिखा, 'आज भी जी करदा है, पिंड अपने नू जावां। धरमजी धरती के सच्चे बेटे थे और उनकी बातों में जमीन की खुशबू आती है। उनकी ये कविता एक तड़प है, एक लेजेंड से दूसरे लेजेंड को श्रद्धांजलि है। हमें या शाश्वत कविता देने के लिए शुक्रिया।'
वीडियो में धर्मेंद्र का किरदार पंजाब में अपने गांव लौटता दिख रहा है। वे अपने पुराने घर में वापस जाते हैं, पुराने दोस्तों से मिलते हैं और यादें ताजा करते हैं। धर्मेंद्र अपने गांव की मिट्टी उठाते दिखते हैं। फिर धर्मेंद्र कार में बैठे कविता पढ़ते दिखाई देते हैं।
यह इमोशनल कविता उनकी ही आवाज में सुनाई दे रही है। वह कहते हैं, आज भी मन करता है... अपने गांव जाऊ, तालाब में घुसकर, भैंसों को नहलाऊं। हंसिया लेकर खेतों से, चारा भी लाऊं, मिट्टी में कबड्डी वाला खेल खेलना, गांव वाली जिंदगी का किससे मेल।
धर्मेंद्र कहते हैं, पांच नदियों का मीठा-मीठा पानी, बहती हवाओं में गुरुओं की वाणी। मुश्किल है, मां की गोद को मन से भुलाना। हां ओ मेरी मां, मैं तुझ पर बलिहारी जाऊं। आज भी मन करता है अपने गांव जाऊं... आज भी मन करता है अपने गांव जाऊं।
इस वीडियो में खास बात यह भी है कि धर्मेंद्र के साथ गोवर्धन आसरानी भी नजर आ रहे हैं। आसरानी का 20 अक्टूबर को निधन हो गया था। दोनों ही दिवंगत कलाकारों ने फिल्म 'शोले' में साथ काम किया था। अब 'इक्कीस' धर्मेंद्र और आसरानी दोनों की ही आखिरी फिल्म है।
बता दें कि फिल्म 'इक्कीस' अमिताभ के नाती अगस्त्य नंदा बड़े पर्दे पर डेब्यू कर रहे हैं। फिल्म का निर्देशन श्रीराम राघवन ने किया है। यह परमवीर चक्र विजेता, सेकेंड लेफ्टिनेंट अरुण खेत्रपाल की बायोपिक है। फिल्म 25 दिसंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।