फिल्म निर्माण से लेकर एक्टिंग तक, सतीश कौशिक ने बहुआयामी प्रतिभा से दर्शकों को किया मंत्रमुग्ध

WD Entertainment Desk
शनिवार, 8 मार्च 2025 (12:36 IST)
बॉलीवुड में सतीश कौशिक को ऐसी शख्सियत के तौर पर याद किया जाता है, जिन्होंने न सिर्फ फिल्म निर्माण और निर्देशन बल्कि हास्य अभिनय और लेखन की प्रतिभा से भी दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। सतीश कौशिक का जन्म 13 अप्रैल 1956 को हुआ था। बचपन से ही उनकी ख्वाहिश अभिनेता बनने की थी। 
 
सतीश कौशिक ने अपनी स्नातक की पढ़ाई दिल्ली के प्रसिद्ध किरोड़ीमल कॉलेज से पूरी की और इसके बाद नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में दाखिला ले लिया। वर्ष 1978 में अभिनय की पढ़ाई पूरी करने के बाद वह पुणे फिल्म इंस्टीट्यूट में दाखिल हो गए। सतीश कौशिक ने अस्सी के दशक में अभिनेता बनने के सपने के साथ मुंबई में कदम रखा। अभिनेता के रूप में उन्हें 1983 में प्रदर्शित फिल्म 'मासूम' में काम करने का मौका मिला।
 
वर्ष 1987 में प्रदर्शित फिल्म मिस्टर इंडिया सतीश कौशिक के सिने करियर की महत्वपूर्ण पिल्म साबित हुई। इस फिल्म में उन्होंने कैलेन्डर नामक एक बावर्ची का किरदार निभाया और दर्शको को हंसाते हंसाते लोटपोट कर दिया। वर्ष 1989 में रिलीज फिल्म राम लखन सतीश कौशिक की महत्वपूर्ण फिल्म में शुमार की जाती है। इस फिल्म में उन्होंने अपने दमदार अभिनय से दर्शको का दिल जीत लिया और अनुपम खेर के साथ सर्वश्रेष्ठ हास्य अभिनेता के फिल्म फेयर पुरस्कार से सम्मानित भी किए गये। 
 
दिलचस्प बात है कि यह फिल्म इंडस्ट्री के इतिहास का पहला मौका था जब एक ही श्रेणी के लिए दो अभिनेताओं को फिल्मफेयर का पुरस्कार दिया गया। वर्ष 1993 में बोनी कपूर निर्मित फिल्म रूप की रानी चोरो का राजा के जरिए सतीश कौशिक ने फिल्म निर्देशन के क्षेत्र में भी कदम रख दिया। अनिल कपूर-श्रीदेवी और जैकी श्रॉफ जैसे नामचीन सितारों की मौजूदगी के बावजूद कमजोर पटकथा के कारण फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अपेक्षित कामयाबी अर्जित नहीं कर सकी।
 
वर्ष 1995 में निर्देशक के रूप में सतीश कौशिक की एक और फिल्म प्रेम रिलीज हुई। संजय कपूर और तब्बू अभिनीत इस फिल्म के निर्माण में लगभग सात वर्ष लग गए, जिसके कारण फिल्म अपना प्रभाव नही दिखा सकी और बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह नकार दी गई। सतीश कौशिक के करियर का सितारा 1999 में प्रदर्शित फिल्म हम आपके दिल में रहते है से चमका। पारिवारिक पृष्ठभूमि पर बनी अनिल कपूर और काजोल अभिनीत इस फिल्म की कहानी एक ऐसे अमीर उद्योगपति पर आधारित थी जो एक वर्ष के एग्रीमेंट पर अपनी सेक्रेटरी पर शादी करता है। 
 
दर्शकों ने नए विषय पर बनी इस फिल्म को काफी पसंद किया। इस फिल्म की सफलता के बाद सतीश कौशिक निर्देशक के रूप में अपनी पहचान बनाने में कामयाब रहे। वर्ष 2000 में बोनी कपूर के बैनर तले बनी फिल्म 'हमारा दिल आपके पास है'  निर्देशक के रूप में सतीश कौशिक की महत्वपूर्ण फिल्म में शुमार की जाती है। इस फिल्म में उन्हें एक बार फिर से अपने प्रिय अभिनेता अनिल कपूर के साथ काम करने का अवसर मिला। पारिवारिक पृष्ठभूमि पर बनी इस फिल्म में अनिल कपूर के साथ ऐश्वर्या राय की जोड़ी को दर्शको ने काफी पसंद किया और फिल्म टिकट खिड़की पर सुपरहिट साबित हुई।
 
वर्ष 2001 में बासु भगनानी के बैनर तले बनी फिल्म मुझे कुछ कहना है बतौर निर्देशक सतीश कौशिक की सुपरहिट फिल्मों में शुमार की जाती है। युवा प्रेम कथा पर आधारित यह फिल्म अभिनेता जीतेन्द्र के पुत्र तुषार कपूर की पहली फिल्म थी। फिल्म में तुषार कपूर और करीना कपूर की जोड़ी को दर्शको ने काफी पसंद किया। वर्ष 2003 में रिलीज फिल्म तेरे नाम के रूप में निर्देशक सतीश कौशिक की सर्वाधिक सुपरहिट फिल्मों में शुमार की जाती है। इस फिल्म के जरिए उन्होंने सलमान खान को नए अंदाज में पेश किया और उनसे संजीदा अभिनय कराकर दर्शकों को रोमांचित कर दिया। 
 
सतीश कौशिक ने दर्शको की पसंद को देखते हुए छोटे पर्दे का भी रूख किया और फिलिप्स टॉप टेन में बतौर होस्ट काम करके दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। वर्ष 2007 में अपने मित्र अनुपम खेर के साथ मिलकर उन्होंने करोलबाग प्रोडक्शन कंपनी की स्थापना की जिसके बैनर तले तेरे संग का निर्माण किया। 
 
सतीश कौशिक दो बार फिल्म फेयर पुरस्कार से नवाजे गए है। सतीश कौशिक ने दो दशक के अपने सिने करियर में लगभग 100 फिल्मों में अभिनय किया है। अपनी बहुमुखी प्रतिभा से दर्शकों को मंत्रमुग्ध करने वाले सतीश कौशिक ने 9 मार्च 2023 को इस दुनिया को अलविदा कह दिया। उनके निधन के बाद इस वर्ष उनकी फिल्म इमरजेंसी रिलीज हुई है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

बॉलीवुड हलचल

बेटी दुआ को लेकर गूगल पर यह सर्च करती हैं दीपिका पादुकोण

थाली में लड्डू सजकर आएंगे तो..., किसिंग कंट्रोवर्सी पर उदित नारायण के सपोर्ट में आगे आईं कुनिका सदानंद

अनुपमा में नया मोड़, राघव की एंट्री से बढ़ेगा शो में रोमांच, धमाकेदार प्रोमो आया सामने

मुझे ऐसे प्रोजेक्ट्स का हिस्सा बनना पसंद है जो बदलाव लाते हैं : ताहिर राज भसीन

आश्रम सीजन 3 की पम्मी की मासूमियत हमेशा उसकी ताकत थी : अदिति पोहनकर

सभी देखें

जरूर पढ़ें

Loveyapa review: मोबाइल की अदला-बदली से मचा स्यापा

देवा मूवी रिव्यू: शाहिद कपूर और टेक्नीशियन्स की मेहनत पर स्क्रीनप्ले लिखने वालों ने पानी फेरा

Sky Force review: एयर फोर्स के जांबाज योद्धाओं की कहानी

आज़ाद मूवी रिव्यू: अमन-साशा की बिगड़ी शुरुआत, क्यों की अजय देवगन ने यह फिल्म

इमरजेंसी मूवी रिव्यू: कंगना रनौट की एक्टिंग ही फिल्म का एकमात्र मजबूत पक्ष

अगला लेख