लेखक सिनेमा के असली रॉकस्टार होते हैं : सोनम कपूर

Webdunia
शुक्रवार, 31 अगस्त 2018 (22:11 IST)
मुंबई। अभिनेत्री सोनम कपूर का मानना है कि अच्छा साहित्य फिल्मों का मेरूदंड होता है और लेखकों को उपयुक्त स्थान दिया जाना चाहिए।


अपने शुरुआती करियर में जेन ऑस्टिन के उपन्यास 'एम्मा' से प्रेरित फिल्म 'आयशा' में अभिनय कर चुकीं और जियो मामी उत्सव की 'वर्ड टू स्क्रीन' पहल के लिए नामित ब्रांड एम्बेसेडर सोनम ने कहा कि वे हमेशा अच्छी पुस्तकों पर फिल्म बनाने के पक्ष में रही हैं और 'वर्ड टू स्क्रीन' पहल अच्छी कथावस्तु ढूंढ रहे लोगों के लिए बड़ा मंच साबित हो सकता है।
 
उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि हम कथावस्तु को सर्वाधिक महत्व दे सकते हैं। लेखक रॉकस्टार हैं। आमतौर पर तकनीशियनों को उचित श्रेय नहीं दिया जाता है, क्योंकि जब आप दृश्य के पीछे होते हैं तो आप लोगों की नजर से दूर होते हैं। लेखक किसी भी फिल्म की रीढ़ होते हैं और उन्हें उचित सम्मान मिलना चाहिए।

सोनम और उनकी बहन प्रोड्यूसर रिया कपूर ने 2 पुस्तकों- 'बैटल फोर बिट्टोरा' और 'गोविंदा' के सभी अधिकार खरीदे हैं।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

बॉलीवुड हलचल

बीवी नंबर 1 : सुष्मिता सेन की लंबी हाइट से सलमान खान को नहीं थीं परेशानी, जूतों में लिफ्ट लगाने से कर दिया था इनकार

शूजित सरकार की फिल्म आई वांट टू टॉक को फैंस मिल रहा है जबरदस्त रिस्पॉन्स, सोशल मीडिया पर कर रहे तारीफ

कांतारा : चैप्टर 1 के कलाकारों के साथ हुआ हादसा, बस पलटने से 6 जूनियर आर्टिस्ट्स हुए गंभीर घायल

जालीदार ड्रेस पहन शमा सिकंदर ने फ्लॉन्ट किया कर्वी फिगर, हॉट तस्वीरें वायरल

अरिजीत सिंह की वजह से मिला था आयुष्मान खुराना को पहली बार लाइव परफॉर्म करने का मौका

सभी देखें

जरूर पढ़ें

भूल भुलैया 3 मूवी रिव्यू: हॉरर और कॉमेडी का तड़का, मनोरंजन से दूर भटका

सिंघम अगेन फिल्म समीक्षा: क्या अजय देवगन और रोहित शेट्टी की यह मूवी देखने लायक है?

विक्की विद्या का वो वाला वीडियो फिल्म समीक्षा: टाइटल जितनी नॉटी और फनी नहीं

जिगरा फिल्म समीक्षा: हजारों में एक वाली बहना

Devara part 1 review: जूनियर एनटीआर की फिल्म पर बाहुबली का प्रभाव

अगला लेख