धमतरी में कांग्रेस लगातार 3 बार चुनाव नहीं जीत पाई

Webdunia
शुक्रवार, 14 दिसंबर 2018 (17:23 IST)
धमतरी। छत्तीसगढ़ के धमतरी विधानसभा सीट पर कांग्रेस के लगातार 3 बार जीतने का रिकॉर्ड नहीं बन पाया। इस चुनाव में भाजपा को जीत मिल गई है।
 
 
आंकड़े बताते हैं कि पूर्व में 14 बार हुए विधानसभा चुनाव में पहले 2 बार कांग्रेस और इसके बाद जनसंघ, जनता पार्टी और भारतीय जनता पार्टी जीतती आ रही है। ऐसी उम्मीद की जा रही थी कि कांग्रेस की चली आंधी में धमतरी सीट का यह मिथक टूट जाएगा, मगर ऐसा नहीं हो सका।
 
गुरुमुख सिंह होरा पिछले 2 बार लगातार विधायक रह चुके हैं। इस बार 15वें चुनाव में इस मिथक को तोड़कर 3री बार निर्वाचित होने की लोगों को उम्मीद थी, मगर धमतरी का इतिहास अपने आप में कायम रहा और यहां से भाजपा को जीत मिल गई। इसी तरह धमतरी जिले के सिहावा (सुरक्षित) सीट पर लगातार चौथी बार नया चेहरा विधायक बना है। सिहावा विधानसभा चुनाव में वहां के मतदाताओं ने लगातार चौथी बार अपना निर्णय नए चेहरे पर दिया है।
 
पिछले 3 चुनावों में पिंकी शिवराज शाह, अंबिका मरकाम और श्रवण मरकाम को चुनाव जिताकर विधानसभा में भेजा गया था। इस बार नए चेहरे के रूप में कांग्रेस की डॉ. लक्ष्मी ध्रुव निर्वाचित हुई हैं। इस तरह सिहावा विधानसभा क्षेत्र के मतदाता अपनी सोच के अनुरूप हर चुनाव में नए चेहरे को मौका देते आ रहे हैं। ऐसा करते हुए उन्होंने 4 चुनाव संपन्न करा दिए हैं। (वार्ता)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

ऑटो ड्राइवर ने निकाला कमाई का नायाब तरीका, सुनकर उड़ जाएंगे होश, जानिए कितनी होती है इंकम

अब आसानी से मिलेगा तत्काल टिकट, 10 मिनट सिर्फ आधार OTP से कर सकेंगे बुकिंग

Mahua Moitra marries : कौन हैं पिनाकी मिश्र, जिनसे TMC की तेजतर्रार सांसद महुआ मोइत्रा ने की शादी

Russia-Ukraine war : रूस छुपकर हमला करने वाले ड्रोन पर कर रहा काम, जानें कैसे मचाते हैं दुश्मन देश में तबाही

श्रीकांत शिंदे का बड़ा बयान, पाकिस्तान भारत के खिलाफ करता है राहुल के बयानों का इस्तेमाल

सभी देखें

नवीनतम

महाराष्ट्र की राजनीति में होगा धमाका, उद्धव और राज ठाकरे ने साथ आने के दिए संकेत

मॉल में धर्मांतरण की कोशिश, ईसाई धर्म प्रचार सामग्री मिली, कर रहे थे हिंदू धर्म की बुराई, FIR दर्ज

मोदी जी! मेरा तो डिमोशन हो गया, उम्मीद है आप जल्द फैसला लेंगे

गुटबाजी खत्म करने की राहुल गांधी की समझाइश का असर, दिग्विजय ने बताई मंच पर नहीं बैठने की वजह

रेपो दर में कटौती से सेंसेक्स में बड़ी उछाल, निफ्टी फिर 25 हजार के पार

अगला लेख