भारतीय अर्थव्यवस्था को कोरोना का तगड़ा झटका! RBI ने कहा- पटरी पर लौटने में लगेंगे 12 साल

Webdunia
शनिवार, 30 अप्रैल 2022 (20:59 IST)
मुंबई। कोरोना काल में दुनिया भर की अर्थव्यवस्थाओं का बुरा हाल हुआ। भारत की इकोनॉमी भी इसका असर हुआ है। भारतीय अर्थव्यवस्था भी इससे प्रभावित हुई है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) का कहना है कि इससे इकोनॉमी को उबरने में अब 12 साल का वक्त लगेगा।
 
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कोविड-19 महामारी से हुए नुकसान से पूरी तरह उबरने में भारतीय अर्थव्यवस्था को एक दशक से भी अधिक वक्त लग सकता है।
 
इस रिपोर्ट में अर्थव्यवस्था पर कोविड-19 महामारी के प्रभाव का विश्लेषण किया गया है। इसमें अनुमान लगाया गया है कि महामारी की अवधि में भारतीय अर्थव्यवस्था को लगभग 52 लाख करोड़ रुपए की उत्पादन क्षति हुई है।
 
रिजर्व बैंक की वर्ष 2021-22 के लिए ‘मुद्रा एवं वित्त पर रिपोर्ट (आरसीएफ)’ के ‘महामारी के निशान’ अध्याय में ऐसा अनुमान जताया गया है। इसके मुताबिक, कोविड-19 की बार-बार लहरें आने से पैदा हुई अव्यवस्था अर्थव्यवस्था के सतत पुनरुद्धार के आड़े आई और सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के तिमाही रूझान में भी महामारी के मुताबिक उतार-चढ़ाव आए।
 
रिपोर्ट कहती है कि वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही में महामारी की पहली लहर आने से अर्थव्यवस्था में गहरा संकुचन आया था। हालांकि उसके बाद अर्थव्यवस्था ने तेज गति पकड़ ली थी। लेकिन 2021-22 की अप्रैल-जून तिमाही में आई महामारी की दूसरी लहर ने इस पर गहरा असर डाला। फिर जनवरी 2022 में आई तीसरी लहर ने पुनरुद्धार की प्रक्रिया को आंशिक रूप से बाधित किया।
 
रिपोर्ट में कहा गया, ‘‘महामारी बहुत ही बड़ा घटनाक्रम रहा है और इससे उत्प्रेरित होकर चल रहे ढांचागत परिवर्तनों से मध्यावधि में वृद्धि की राह बदलने की आशंका है।’’
 
रिपोर्ट के मुताबिक, कोविड से पहले के समय में वृद्धि दर 6.6 फीसदी (2012-13 से 2019-20 के लिए चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर) के आसपास थी। मंदी के समय को छोड़ दें तो यह 7.1 फीसदी (2012-13 से 2016-17 में चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर) रही है।
 
इसके मुताबिक ‘‘2020-21 के लिए वास्तविक वृद्धि दर नकारात्मक 6.6 फीसदी, 2021-22 के लिए 8.9 फीसदी और 2022-23 के लिए 7.2 फीसदी की अनुमानित वृद्धि दर को देखते हुए अनुमान है कि भारत कोविड-19 से हुए नुकसान की भरपाई 2034-35 तक कर पाएगा।’’
 
रिपोर्ट में बताया गया कि 2020-21, 2021-22 और 2022-23 में उत्पादन को हुआ नुकसान क्रमश: 19.1 लाख करोड़ रुपए, 17.1 लाख करोड़ रुपए और 16.4 करोड़ रुपए रहा है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

ऑटो ड्राइवर ने निकाला कमाई का नायाब तरीका, सुनकर उड़ जाएंगे होश, जानिए कितनी होती है इंकम

अब आसानी से मिलेगा तत्काल टिकट, 10 मिनट सिर्फ आधार OTP से कर सकेंगे बुकिंग

Mahua Moitra marries : कौन हैं पिनाकी मिश्र, जिनसे TMC की तेजतर्रार सांसद महुआ मोइत्रा ने की शादी

Russia-Ukraine war : रूस छुपकर हमला करने वाले ड्रोन पर कर रहा काम, जानें कैसे मचाते हैं दुश्मन देश में तबाही

श्रीकांत शिंदे का बड़ा बयान, पाकिस्तान भारत के खिलाफ करता है राहुल के बयानों का इस्तेमाल

सभी देखें

नवीनतम

मैंगो मैन ने रखा रक्षामंत्री के नाम पर आम की नई किस्म का नाम राजनाथ आम

क्या है एपस्टीन फाइल, मस्क ने क्यों किया इसमें ट्रंप के नाम का दावा?

LIVE: पीएम मोदी ने चिनाब ब्रिज का उद्घाटन किया, वंदे भारत ट्रेन को भी दिखाई हरी झंडी

NCRTC ने शुरू की महिला के लिए महिला द्वारा विशेष ई-बाइक टैक्सी सेवा, महिलाओं को मिलेगा सुरक्षित और विश्वसनीय यात्रा विकल्प

भारत पाकिस्तान संघर्ष की स्थिति में शशि थरूर को क्यों सताई चीन की चिंता?

अगला लेख