अब Monkeypox का बढ़ा खतरा, 12 देशों में फैला, WHO ने जारी की चेतावनी

Webdunia
बुधवार, 15 जून 2022 (10:19 IST)
दुनियाभर में मंकीपॉक्स का खतरा बढ़ रहा है। 29 देशों में संक्रमण के मामले 1000 से अधिक हो गए हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने बुधवार को चेतावनी दी कि अब मंकीपॉक्स का खतरा बढ़ रहा है, क्योंकि यह उन देशों में भी फैल रहा है, जहां अब तक यह मौजूद ही नहीं था। इन देशों में मंकीपॉक्स के केस अब 1,000 से अधिक हो चुके हैं। डब्ल्यूएचओ के प्रमुख टेड्रोस अदनोम ने कहा कि वैश्विक स्वास्थ्य एजेंसी वायरस के खिलाफ सामूहिक टीकाकरण की सलाह नहीं देती है।
 
कोरोनावायरस महामारी के दौरान कुछ देशों में मंकीपॉक्स का प्रकोप फैलना शुरू हो गया है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन ने चेतावनी दी कि लाइलाज और जानलेवा मंकीपॉक्स के मामले तेजी से बढ़ सकते हैं। संगठन ने कहा है कि यह बीमारी उन देशों में भी फैल रही है, जहां उम्मीद नहीं की जा रही थी। संगठन आने वाले दिनों में मंकीपॉक्स के प्रसार को कम करने के लिए जल्द ही कोई गाइडलाइंस जारी कर सकता है। डब्ल्यूएचओ को यह पता चला है कि इस बीमारी के अधिकतर मामले पुरुषों के पुरुषों से यौन संबंध रखने वाले लोगों में अधिक मिले हैं।
 
क्या है मंकीपॉक्स रोग? : मंकीपॉक्स 'चेचक' बीमारी की तरह ही एक दुर्लभ वायरल इन्फेक्शन है और इसका पहली बार 1958 में पता चला था। मंकीपॉक्स का पहला मानव मामला 1970 में सामने आया था। यह रोग मुख्य रूप से मध्य और पश्चिम अफ्रीका के ऊष्णकटिबंधीय वर्षावन क्षेत्रों में होता है। यह वायरस पॉक्सविरिडे परिवार से संबंधित है जिसमें चेचक और चेचक रोग पैदा करने वाले वायरस भी शामिल हैं।

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?