आखिर क्या है कोरोना से जुड़ी गंभीर बीमारियों से बच्चों के बचने का राज

Webdunia
गुरुवार, 9 जुलाई 2020 (15:48 IST)
ह्यूस्टन (अमेरिका)। बच्चों में फेफड़ों के काम करने के तौर-तरीके और रोग प्रतिरक्षा प्रणाली के कामकाज में थोड़े अंतर से पता चल सकता है कि वयस्कों के मुकाबले कोविड-19 से जुड़ी गंभीर बीमारियों से बच्चे कैसे ज्यादा बचे रहते हैं।
 
अमेरिका में यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास हेल्थ साइंस सेंटर के वैज्ञानिकों ने कहा कि अमेरिका की 22 प्रतिशत आबादी 18 साल तक के बच्चों एवं युवाओं की है, लेकिन देश में कोविड-19 के पहले 1,49,082 मामलों में करीब 1.7 फीसदी मामले ही इस आयु वर्ग से जुड़े हैं। यह अनुसंधान अमेरिकी पत्रिका ‘लंग सेलुलर एंड मोलेक्यूलर फिजियोलॉजी’ में प्रकाशित हुआ है।
 
अनुसंधानकर्ताओं ने कहा कि मनुष्यों में पाया जाने वाला अणु एंजियोटेन्सिन या एसीई-2 किशोरों के मुकाबले बच्चों में कम संख्या में पाया जाता है। यह अणु कोरोना वायरस को कोशिकाओं तक पहुंचने में मदद करता है।
 
अध्ययन के सह-लेखक मैथ्यू हार्टिंग ने कहा कि एसीई-2 विषाणु के प्रवेश के लिए अहम होता है और यह बच्चों में कम संख्या में पाया जाता है क्योंकि ये उम्र के साथ बढ़ते हैं।
वैज्ञानिकों का कहना है कि बच्चों में रोग प्रतिरक्षा प्रणाली किशोरों के मुकाबले अलग तरीके से काम करती है, जिससे बच्चों में गंभीर बीमारी होने का खतरा कम रहता है। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

अनिरुद्धाचार्य ने महिलाओं पर यह क्या कह दिया, मच गया बवाल?

नासमझ हैं भाजपा सांसद कंगना, उन्हें खुद पर नियंत्रण रखना चाहिए

गुजरात में रफ्तार का कहर, हिट एंड रन मामले में 2 की मौत

लोकसभा में खत्म गतिरोध, अगले सप्ताह ऑपरेशन सिंदूर पर होगी चर्चा

Rajasthan : डेढ़ साल के बच्‍चे को बोरवेल में फेंका, आरोपी पिता गिरफ्तार

सभी देखें

नवीनतम

LIVE: करगिल विजय दिवस पर क्या बोले पीएम मोदी?

Petrol Diesel Prices: सप्ताहांत में पेट्रोल डीजल की कीमतों में हुआ उलटफेर, जानें आपके शहर में क्या हैं भाव

26 जुलाई 1999 को क्या हुआ था, जानें कारगिल दिवस पर 6 खास बातें

Weather Update: राजस्थान से बिहार तक भारी बारिश, मौसम विभाग ने इन राज्यों के लिए जारी किया रेड अलर्ट

JPDCL की कर्मचारियों को वेतन रोकने की धमकी, क्या है पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना से कनेक्शन

अगला लेख