Diwali: 2023 में दिवाली कब है, पूजा के मुहूर्त

Webdunia
Diwali 2023: 16 श्राद्ध के बाद नवरात्रि, नवरात्रि के बाद दशहरा और दशहरे के 19 दिन बाद दिवाली का महापर्व मनाया जाता है। दीपावली का त्योहार कार्तिक माह की कृष्ण अमावस्या को मनाया जाता है। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार दीवाली कब मनाई जा रही है इसको लेकर भी मतभेद है। यहां जानिए सटीक जानकारी और पूजा के शुभ मुहूर्त।
 
अमावस्या तिथि प्रारंभ : 12 नवंबर 2023, रविवार को दोपहर 02:44 से प्रारंभ।
अमावस्या तिथि समाप्त : 13 नवंबर 2023, सोमवार को दोपहर 02:56 पर समाप्त।
 
नोट : दीपावली का पर्व चूंकि रात में मनाए जाने का महत्व है और अमावस्या तिथि रात में ही व्याप्त रहेगी इसलिए 12 नवंबर को दिवाली मनाना उचित रहेगा।
 
लक्ष्मी पूजा मुहूर्त- 
अभिजीत मुहूर्त : दोपहर 12:00 से 12:45 तक।
विजय मुहूर्त : दोपहर 02:15 से 03:00 तक।
पूजा काल : शाम को 06:12 से रात्रि 08:12 तक।
प्रदोष काल: शाम को 06:01 से रात्रि 08:34 तक।
वृषभ काल: शाम को 06:12 से रात्रि 08:12 तक। 
अमृत काल : शाम 05:40 से रात्रि 07:20 तक।
निशिथ काल मुहूर्त : रात्र‍ि 11:57 12:48 तक।
 
कार्तिक कृष्ण पक्ष के अमावस्या की रात को सबसे घनेरी रात माना जाता है। कहते हैं कि इस दिन माता लक्ष्मी और कालिका का जन्म हुआ था। इसलिए इस दिन दोनों की पूजा का खास महत्व है। दीपावली की पूजा रात में ही की जाती है। इस दिन घर को साफ स्वच्छ करके घर के अंदर और बाहार चारों दिशाओं में दीपक जलाने ने माता लक्ष्मी प्रसन्न होती है। 

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

इजराइल के दुश्मन क्यों है ईरान सहित सभी मुस्लिम देश?

12 जून से मांगलिक कार्यों पर लगेगा विराम, 5 माह तक नहीं होंगे शुभ कार्य

वट सावित्री व्रत दो बार क्यों मनाया जाता है?

शनि देव को अतिप्रिय हैं ये चार फूल: शनि जयंती पर चढ़ाने से दूर होंगे शारीरिक तथा मानसिक कष्ट

वट सावित्री व्रत के दिन नहीं मिले बरगद का पेड़ तो ऐसे करें पूजा

सभी देखें

धर्म संसार

25 मई 2025 : आपका जन्मदिन

वट सावित्री व्रत की पूजा का शुभ मुहूर्त और पूजन विधि

25 मई 2025, रविवार के शुभ मुहूर्त

कांस में ऐश्वर्या ने मांग में सजाया सिन्दूर, दुनिया को दिया देश की संस्कृति और ताकत का संदेश

आल्हा ऊदल ने क्यों लड़ा था पृथ्‍वीराज चौहान से युद्ध?

अगला लेख