बातचीत के 5 जरूरी सॉफ्ट स्किल्स

नम्रता जायसवाल
जितना महत्वपूर्ण यह है कि आप अपने हुनर या किसी काम में कितना दक्ष हैं, उतना या कहें कि उससे अधिक महत्वपूर्ण यह भी है कि आपके सॉफ्ट स्किल्स कैसे हैं? एक अच्छा इमोशनल इंटेलिजेंस (EQ) आपको भीड़ से अलग करता है। अक्सर लोग उन लोगों को तुरंत रिस्पॉन्ड करते हैं, जो प्रभावी ढंग से संवाद करते हैं। आज मैं आपको ऐसी 5 सॉफ्ट स्किल्स के बारे में बताती हुं, जो न सिर्फ आपकी प्रोफेशनल लाइफ में, बल्कि व्यक्तिगत जीवन में भी आपकी, लोगों से तालमेल बैठाने में मदद करेंगी। 
 
1. कम्युनिकेशन स्किल्स : आपके करियर के हर पहलू में एक अच्छा संवाद करने का तरीका बेहद मायने रखता है फिर वो चाहे आपको अपने वरिष्ठ अधिकारी से बात करनी हो या अपने सहकर्मियों से। सही जगह पर सही भाषा का चुनाव जरूरी है। आपके उच्चारण सही हों, कहां ऊंची और कहां नीची टोन में बोलना है, इसका ध्यान रखें और अपनी बात को आत्मविश्वास से कहें।
 

 
2.आखों से संपर्क (आई कॉन्टेक्ट) : जब भी किसी से बात करें तो उनकी तरफ देखकर ही बात करें, क्योंकि चेहरे के हावभाव और आंखें भी बहुत कुछ कह जाती हैं। दूसरे के चेहरे और आंखों से आप उनकी बातों के साथ-साथ उनकी भावनाओं को भी बेहतर समझ पाएंगे।  
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3. ध्यान देकर सुनना : जब कोई आपसे बात करे, तब उनकी बातों को ध्यान से सुनें तथा सामने वाले को यह नहीं लगना चाहिए कि आपको उनकी बातों में रुचि नहीं है। दूसरों को ध्यान से सुन व समझकर ही अपनी राय दें जिससे कि वे दुबारा भी आपसे बात करने आएं। 
 










 








4. मोटिवेटर : घर में या बाहर दूसरों से बात करते हुए सकारात्मक नजरिया रखिए। उन्हें हमेशा उत्साहित करने का प्रयास कीजिए जिससे कि आपसे बात करने के बाद वे मन से हल्का महसूस करें और ऊर्जावान बनकर दुबारा अपने काम में जुट पाएं। अच्छे लीडर अपने साथियों को यह नहीं बताते कि उन्हें क्या करना चाहिए, बल्कि उन्हें उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करते हैं।
 

5. सौंपना (डेलिगेशन) : चाहे आप अपने घर के जिम्मेदार व्यक्ति हों या फिर किसी ऑफिस में उच्च पद पर हों- अधिक जिम्मेदारी होने से सारे काम आप खुद तो नहीं कर सकते। यदि अपने सभी काम और चीजों से आप पसेसिव रहेंगे और किसी से कुछ बांटना नहीं चाहेंगे, उस स्थिति में आशंका यही है कि आप कोई भी कार्य ठीक से नहीं कर पाएंगे। कार्य को दूसरों को सौंपने की उदारता आप में होनी चाहिए जिससे कि आप दूसरे जरूरी कामों में अपना समय दे पाएं और आपके साथी सदस्य भी जिम्मेदारी लेना और नए काम सीख पाएं।

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