Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

13 किसान नेताओं के साथ गृह मंत्री शाह की बैठक, आज लिखित प्रस्ताव देगी सरकार, कृषि कानून वापस लेने से इंकार

हमें फॉलो करें 13 किसान नेताओं के साथ गृह मंत्री शाह की बैठक, आज लिखित प्रस्ताव देगी सरकार, कृषि कानून वापस लेने से इंकार
, बुधवार, 9 दिसंबर 2020 (00:50 IST)
नई दिल्ली। कृषि सुधार कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसानों से 6ठे दौर की वार्ता से ठीक 1 दिन पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पिछले 13 दिनों से चले आ रहे गतिरोध को समाप्त करने के प्रयास के तहत मंगलवार को किसान नेताओं के एक समूह से मुलाकात की।
 
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ हुई बैठक के बाद किसान नेताओं ने कहा कि सरकार कृषि कानूनों को रद्द करने को तैयार नहीं है। हन्नान ने कहा कि बैठक में मौजूद सभी 13 यूनियनों ने कानूनों को रद्द करने की मांग की, अन्य के साथ चर्चा करके हम अगले दौर की वार्ताओं के संबंध में निर्णय करेंगे। 
webdunia

अमित शाह के साथ हुई बैठक के बाद एआईकेएस नेता एवं माकपा पोलित ब्यूरो के सदस्य हन्नान मोल्लाह ने कहा कि हम बुधवार को सरकार के साथ होने वाली बातचीत में शामिल नहीं होंगे।

अमित शाह ने हमसे कहा कि सरकार जो संशोधन करना चाहती है, वह उसे लिखित में देगी और हम तीनों कानूनों को निरस्त करना चाहते हैं, बीच का कोई रास्ता नहीं है। मोल्लाह ने कहा कि बुधवार को हम दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर स्थित सिंघु बॉर्डर पर दोपहर 12 बजे बैठक करेंगे।
13 किसान नेताओं को शाह के साथ इस बैठक के लिए बुलाया गया था। बैठक रात 8 बजे शुरू हुई। बैठक करीब 3 घंटे से ज्यादा समय तक चली। किसान नेताओं में 8 पंजाब से थे जबकि 5 देशभर के अन्य किसान संगठनों से संबंधित थे। इन नेताओं में अखिल भारतीय किसान सभा के भारतीय किसान यूनियन के राकेश टिकैत भी शामिल थे। सिंघु बॉर्डर पर हजारों की संख्या में किसान पिछले 13 दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं।
 
नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर किसान संगठनों के 'भारत बंद' के आह्वान के बाद मंगलवार को देश के कई हिस्सों में दुकानें एवं वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों के बंद रहने, यातायात बाधित होने से जनजीवन प्रभावित हुआ।
webdunia

बंद के दौरान प्रदर्शनकारियों ने मुख्य सड़क एवं रेलमार्गों को बाधित किया। हालांकि बंद लगभग शांतिपूर्ण रहा और किसानों ने अपनी ताकत दिखाई। किसानों के विरोध के बावजूद केंद्र सरकार लगातार कहती रही है कि ये कृषि सुधार कानून किसानों के हित में हैं और केंद्र सरकार किसानों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

बंगाल : CM ममता बनर्जी का बड़ा दावा, 'BJP अपनी रैलियों में अपने ही लोगों को मारती है'