फलाहारी व्यंजन : साबूदाने की पौष्टिक खिचड़ी

राजश्री कासलीवाल
सामग्री :
 
250 ग्राम साबूदाना, पाव कटोरी मूंगफली के पिसे दाने, 100 ग्राम लौकी (घीया), आधा चम्मच जीरा, 4-5 पत्ता मीठा नीम, काली मिर्च पावडर आधा चम्मच, हरी मिर्च 2-3 बारीक कटी हुई, एक छोटा चम्मच शक्कर, सेंधा नमक स्वादानुसार, नींबू, बारीक कटा हरा धनिया एवं फलाहारी मिक्चर।
 
विधि :
 
खिचड़ी बनाने से 3-4 घंटे पूर्व साबूदाने को भिगो कर रख दें। लौकी को कद्दूकस करें। एक कड़ाही में घी गरम करके उसमें जीरा, मीठा नीम व हरी मिर्च का छौक लगाएं। तत्पश्चात किसी हुई लौकी डाल दें। एक-दो मिनट भूनने के बाद साबूदाने और मूंगफली के दाने डाल दें और धीमी आंच पर पकाएं। थोड़ी देर बाद नमक, काली मिर्च एवं शक्कर डालें एवं अच्छी तरह मिक्स कर लें। 
 
लीजिए तैयार है सेहतमंद घीया-साबूदाने की खिचड़ी। ‍हरा धनिया, फलाहारी मिक्चर और नींबू से सजाकर पेश करें। उपवास के दौरान खिचडी़ में लौकी डालने से उसका स्वाद तो बढ़ता ही है, लेकिन लौकी में फाइबर की अधिकता होने के कारण कब्जियत से भी आपका बचाव हो जाता है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

बारिश के मौसम में जरूर पिएं ये 5 हेल्दी ड्रिंक्स, शरीर को देंगे इम्युनिटी, एनर्जी और अंदरूनी गर्माहट

रोने के बाद क्या सच में आंखें हो जाती हैं स्वस्थ? जानिए इसके पीछे का साइंटिफिक सच

टॉप 7 फूड्स जो मसल्स रिकवरी को तेजी से सपोर्ट करते हैं, जानिए जिमिंग के बाद क्या खाना है सबसे फायदेमंद

दही खाते समय लोग करते हैं ये 8 बड़ी गलतियां, सेहत पर पड़ सकता है बुरा असर

शिव के विषपान प्रसंग पर हिन्दी कविता : नीलकंठ

सभी देखें

नवीनतम

कितनी दौलत की मालकिन हैं 'क्‍योंकि सास भी कभी बहू थी' की तुलसी विरानी...जानें स्‍मृति ईरानी के पास कितनी ज्‍वेलरी और प्रॉपर्टीज है

श्रावण मास: धार्मिक, सांस्कृतिक और वैज्ञानिक परिप्रेक्ष्य में एक सूक्ष्म विश्लेषण

कौन हैं भारत के सबसे अमीर मुस्लिम? भारत के सबसे बड़े दानवीर का खिताब भी है इनके नाम

नागपंचमी स्पेशल प्रसाद: जानें 6 विशेष भोग व पकवान

कारगिल की जंग में भारत के साथ थे कौन से देश और किसने दिया था दुश्मन पाकिस्तान का साथ, जानिए इतिहास

अगला लेख