कजान। रूस में चल रहे 21वें फीफा विश्व कप में पहली बार इस्तेमाल की जा रही वीडियो सहायक रैफरी (वार) तकनीक का सबसे पहला फायदा फ्रांसीसी टीम को मिला जिसके फुटबॉलर एंटोनी ग्रिजमैन को इस तकनीक से टूर्नामेंट की पहली पेनल्टी हासिल हुई।
विश्व कप ग्रुप 'सी' के शनिवार को ओपनिंग मैच में फ्रांस ने ऑस्ट्रेलिया को 2-1 से हराया। लेकिन रूस में फुटबॉल विश्व कप में पहली बार उपयोग में लाई जा रही वार तकनीक का सबसे पहला फायदा फ्रांसीसी टीम को मिला।
उरुग्वे के रैफरी आंद्रेस कुन्हा ने पिच के किनारे से मॉनिटर हो रही वीडियो रैफरी की मदद से रिव्यू में पाया कि ग्रिजमैन को ऑस्ट्रेलिया के राइट बैक, जोश रिस्डन ने बॉक्स में गिराया है जिसके बाद फ्रांस को पेनल्टी दी गई और ग्रिजमैन ने 58वें मिनट में इसे भुनाते हुए अपनी टीम को 1-0 से बढ़त दिला दी।
हालांकि सैमुअल उमतिती के हैंडबॉल के कारण 4 मिनट बाद ही ऑस्ट्रेलिया को भी पेनल्टी मिल गई जिस पर उसके कप्तान माइल जेदिनाक ने बराबरी का गोल कर दिया। वार तकनीक लेकिन फिर से फ्रांस की मददगार साबित हुई और 81वें मिनट में पोल पोग्बा के गोल पर रिव्यू लेना पड़ा। वीडियो रैफरी ने रिव्यू में पाया कि पोग्बा का गोल वैध था और गेंद बॉक्स के अंदर टप्पा खाने के बाद बाहर आ गई। इसी के साथ फ्रांस ने 2-1 की बढ़त के साथ मैच जीत लिया। (वार्ता)