रोगाणुओं के फैलने से कई तरह की बीमारियां होने का खतरा रहता है। इन्हीं में से एक बीमारी है, जॉन्डिस, जिसे हम पीलिया के नाम से जानते हैं। इस बीमारी में व्यक्ति की त्वचा से लेकर आंखें, नाखून, पेशाब का रंग पीला हो जाता है, साथ ही लीवर कमजोर होकर ठीक से काम करना बंद कर देता है। इ तना ही नहीं रोगी की भूख धीरे-धीरे कम हो जाती है और जी मचलाने की शिकायत होती है।
अगर आपको लगता है , कि आप पीलिया की चपेट में हैं, तो जरूर पढ़िए इस बीमारी से निपटने के उपाय -
1 एक गिलास पानी में एक चम्मच त्रिफला भिगोकर रख दें। रातभर भिगोने के बाद सुबह इस पानी को छान कर पिएं। लगभग दो सप्ताह तक इस प्रयोग को करने ने बीमारी में काफी राहत मिलती है।
2 एक गिलास पानी में खड़ी धनिया या धनिया के बीच रातभर भिगोकर रख दें। सुबह इस पानी को पी लें। प्रतिदिन ऐसा करने से पीलिया ठीक होने में मदद मिलती है।
3 एक गिलास टमाटर के जूस में चुटकी भर काली मिर्च और नमक मिलाकर सुबह के समय पीने से पीलिया में काफी लाभ होता है। टमाटर में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो रोगों से लड़ने में सहायक है।
4 गोभी और गाजर का रस निकालकर, दोनों को समान मात्रा में मिलाकर पीने से भी पीलिया में बहुत लाभ होता है। इस रस का प्रतिदिन सेवन करने से जल्द ही बीमारी से छुटकारा मिल जाता है।
5 नीम के पत्तों को धोकर इनका रस निकालकर रोगी को पिलाने से भी पीलिया में लाभ होता है। इसके लिए प्रतिदिन 1 चम्मच नीम के पत्तों का रस बेहद लाभदायक होता है।
6 पीलिया में नींबू, संतरा और विटामिन सी से भरपूर फलों का रस पीने से बहुत फायदा होता है। प्रतिदिन नींबू पानी पीने से भी आप इस बीमारी से छुटकारा पा सकते हैं।
7 इस बीमारी में हल्का और सुपाच्य भोजन ही लें तो बेहतर होगा। पतली खिचड़ी, दलिया, उबला आलू, शकरकंद ही चीजें खाना आपके लिए फायदेमंद हो सकती हैं। इसके अलावा गुड़, चीनी, मूली और छाछ का सेवन भी कर सकते हैं।
8 गन्ने का रस पीना पीलिया के मरीजों के लिए रामबाण इलाज है। प्रतिदिन गन्ने का रस पीने से यह बीमारी जड़ से समाप्त हो सकती है। जितना हो सके इस अपनी डाइट में शामिल करें।
9 कच्चा और पका पपीता, मूली का रस, जौ, आमला, तुलसी, अनानास, दही आदि का प्रयोग पीलिया में आपको ठीक करने में मदद करेगा। इसके अलावा ग्लूकोज का सेवन करना न भूलें। 10 इस रोग में शरीर में पानी की कमी न हो, इसलिए भरपूर पानी पिएं, ताकि शरीर से हानिकारक पदार्थ उत्सर्जित हो सके। पानी को उबालकर पिएं, और बाहर का पानी पीने से बचें।
10 इस रोग में शरीर में पानी की कमी न हो, इसलिए भरपूर पानी पिएं, ताकि शरीर से हानिकारक पदार्थ उत्सर्जित हो सके। पानी को उबालकर पिएं, और बाहर का पानी पीने से बचें।