बार-बार यूरिन आने को न करें नजरअंदाज, हो सकती है ये बीमारी

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किसी- किसी को यूरिन की बहुत अधिक दिक्‍कत होती हैं। किसी को यूरिन नहीं आती है तो किसी को यूरिन बहुत अधिक आती है कि वह परेशान हो जाता है। आज हम एक विषय में आपको बताएंगे। अगर आपको यूरिन बार -बार आती है तो क्‍या करें? दरअसल, कुछ लोग रातभर बाथरूम के चक्‍कर काटते रहते हैं। जिससे वह परेशान हो जाते हैं। और सुबह के वक्‍त नींद लगती है। बता दें कि बार-बार यूरिन आना मतलब आप फ्रिक्वेंट यूरिनेशन से पीड़ित है। इसे ओवरएक्टिव ब्‍लैडर भी कहते हैं। रात को बार-बार यूरिन आने पर डॉक्‍टर से मिलना जरूरी होता है। आइए जानते हैं लक्षण और बचाव के उपाय -
 
बार -बार यूरिन आने के कारण 
 
1. डायबिटीज - अगर आप रात के वक्‍त या दिन में बार-बार बाथरूम जाते हैं तो डायबिटीज भी एक कारण हो सकता है। जब ब्‍लड शुगर बढ़ता है तो यूरिन के द्वारा बाहर निकलता है। टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज में ऐसा होता है। इस वजह से डायबिटीज के मरीजों को बार-बार यूरिन आती है। 
 
2. हाई बीपी - हाई ब्‍लड प्रेशर के दौरान ली जाने वाली दवा का किडनी पर प्रभाव पड़ता है। दवा से किडनी पर अतिरिक्‍त लिक्विड को बाहर निकालने का दबाव बनाती हैं। इस कारण से भी यूरिन बार-बार आती है। 
 
3. गर्भवती - गर्भवती होने के बाद महिलाओं का यूट्रस बड़ा होने लगता है। जिसकी वजह से ब्‍लैडर पर दबाव पड़ता है। और महिलाओं को बार-बार यूरिन जैसा लगता है। 
 
फ्रिक्वेंट यूरिनेशन बीमारी से बचाव के उपाय 
 
1. पानी की मात्रा बढ़ाएं - अगर आपको शुरूआती लक्षण है तो वह किसी भी प्रकार का इंफेक्‍शन यूरिन के माध्‍यम से निकल जाएगा। अधिक पानी पीने के बाद यूरिन जरूर आएगी। लेकिन इंफेक्‍शन का खतरा कम हो सकता है। 
 
2. गुड़ और आंवला - आंवला और गुड़ किसी भी बीमारी में रामबाण की तरह काम करते हैं। आंवले का चूर्ण बनाकर उसमें गुड़ को मिक्‍स कर लें। दोनों को मिक्‍स करके एक साथ लें। इससे बहुत हद तक आराम मिलेगा। साथ ही डाइट में विटामिन सी का भी भरपूर सेवन करें।  
 
3. डाइट में शामिल करें ये चीजें - यूरिन अधिक आने पर डाइट में कुछ चीजें शामिल करें। जिससे आपको फ्रिक्वेंट यूरिनेशन में आराम मिलेगा। मुख्‍य रूप से मेथी की सब्‍जी, अलसी, तिल, पालक और दही। 
 
इस वजह से भी आती है यूरिन  
 
- अगर आप ज्‍यादा पानी पीते हैं तब भी बार-बार यूरिन आती है। 
- यूरिन में इंफेक्‍शन होने पर जलन भी होती है। 
- तनाव होने पर दिमाग जल्‍दी -जल्‍दी यूरिन भेजने के संकेत भेजता है। 
- प्रोस्‍टेट ग्रंथि बढ़ने पर भी जल्‍दी-जल्‍दी यूरिन आने का कारण बनता है। 
- किडनी इंफेक्‍शन होने पर भी होती है यूरिन की समस्‍या।
 
 

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