बदलती जीवनशैली की वजह से युवाओं में बढ़ रही है इनफर्टिलिटी की समस्या, जानिए क्या हैं कारण

माता-पिता बनने के लिए लेना पड़ रहा है IVF का सहारा

WD Feature Desk
infertility

आजकल युवाओं की लाइफस्टाइल और वर्क पैटर्न में पहले की तुलना में काफी बदलाव आया है। स्ट्रेस कम करने के लिए नाईट लाइफ कल्चर का प्रभाव बढ़ा है, जहां युवा अनलिमिटेड स्मोकिंग और ड्रिंकिंग में संलिप्त हो जाते हैं। साथ ही रोज़मर्रा की जीवन शैली में भी जंक और फ़ास्ट food का चलन बढ़ गया है। लेकिन यह कूल दिखने वाली आदतें आपको भविष्य में बहुत बुरे दिन भी दिखा सकती हैं। जिन लोगों की अभी शादी नहीं हुई है या बच्चे नहीं हुए हैं उनकी अपने स्वास्थ के प्रति यह लापरवाही, माता पिता बनने के उनके हसीन सपने चकनाचूर कर सकती है।ALSO READ: कौन से लक्षण कंसीव करने के तुरंत बाद ही दिखने लगते हैं? क्या आपको भी महसूस हो रहे हैं ये लक्षण?

क्या है इनफर्टिलिटी की वजह?
अन्हेल्‍दी खाना, स्मोकिंग और ड्रिंकिंग की आदत के कारण युवाओं में इनफर्टिलिटी का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। खाने पीने के साथ सोने के समय से भी आपकी फर्टिलिटी (प्रजनन क्षमता) पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। आजकल देर रात तक जगकर काम करना या फोन चलाना सामान्य सी बात हो गयी है। फिज़िकल एक्टिविटी न होना भी बहुत खतरनाक है।

इनफर्टिलिटी की समस्या से कैसे निपटें?
आज जो आदतें आपको अपनी ओर आकर्षित कर रही हैं कल उन्ही की वजह से आपको परेशानी झेलनी पद सकती है और डाक्टर्स के परामर्श, थेरेपी, दवाई, सर्जरी आदि का सहारा लेना हो सकता है। इसलिए ज़रूरी है वक़्त रहते अपनी आदतों में सुधार लाएं और अपने आहार में पौष्टिक चीजों को शामिल करें, नशीली पेय पदार्थों और धूम्रपान से परहेज करें। रात को समय पर सोने की कोशिश करें और नियमित रूप से योग, व्यायाम आदि करें।

माता-पिता बनने की सही उम्र क्या है?
फर्टिलिटी के लिए सबसे सही उम्र 20-35 वर्ष की आयु है लेकिन आजकल करियर को लेकर युवा सजग हैं और जिसकी वजह से कई बार शादी में देर हो जाती है और फिर बच्चे होने में भी। 35 की उम्र के बाद धीरे-धीरे फर्टिलिटी कम होने लगती है और जोखिम बढ़ने लगते हैं ऐसे में स्पर्म और एग मिलने के बाद भी नैचुरली फर्टिलाइज नहीं हो पाते हैं इसलिए अब डॉक्टर्स भी जल्दी शादी और फैमिली प्लानिंग की सलाह देते हैं।

अस्वीकरण (Disclaimer) : सेहत, ब्यूटी केयर, आयुर्वेद, योग, धर्म, ज्योतिष, वास्तु, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार जनरुचि को ध्यान में रखते हुए सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। इससे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

चैत्र नवरात्रि 2025: नवरात्रि में कम करना चाहते हैं वजन, तो भूलकर भी ना खाएं ये 6 चीजें

गुड़ी पड़वा पर क्यों खाई जाती है कड़वी नीम और गुड़, जानिए सेहत को मिलते हैं क्या फायदे

डायबिटीज-कोलेस्ट्रॉल को बढ़ने से रोकते हैं नवरात्रि व्रत में खाए जाने वाले ये 7 सुपर फूड, सेहत को मिलते हैं अनगिनत फायदे

Chaitra navratri diet: नवरात्रि में कैसे रखें अपनी सेहत का ख्याल? जानें सही डाइट टिप्स

चैत्र नवरात्रि में घर के वास्तु दोष दूर करने के लिए करिए ये सरल उपाय, मां दुर्गा की बरसेगी कृपा

सभी देखें

नवीनतम

सीधे किडनी पर वार करता है क्रिएटिनिन, जानिए बॉडी में क्रिएटिनिन बढ़ने से क्या होता है?

चैत्र नवरात्रि में कौन सा रंग पहनें? जानें 9 दिन के 9 रंगों का शुभ महत्व

क्यों नहीं खाने चाहिए तुलसी के पत्ते चबाकर, जानिए क्या कहता है विज्ञान

रमजान के आखिरी जुमा मुबारक के साथ अपनों को दें ये खास संदेश

रोजाना एक कटोरी दही खाने के सेहत को मिलते हैं ये फायदे

अगला लेख