14 सितंबर : हिन्दी दिवस की सरल शुभकामनाएं

WD
देश में पहली बार 14 सितंबर 1953 को हिन्दी दिवस मनाया गया था, आप भी 14 सितंबर को हिन्दी दिवस की शुभकामनाएं भेज सकते हैं -
 
हिन्दी में निहित हमारे संस्कार  
सबको हिन्दी में नमस्कार 
हिन्दी सरल-सहज भाषा है 
सफलता की परिभाषा है 
 
हिन्दी जनसंचार का स्पंदन है  
हिन्दी भारत माँ का वंदन है   
 
भारत माँ के भाल पर सजी सुनहरी बिन्दी हूँ 
मैं भारत की बेटी, आपकी अपनी हिन्दी हूँ 
 
आंगन-आंगन हिन्दी, अक्षर संग मुस्काए 
हर भाषा के साथ में फूलों सी खिल जाए...   
हिन्दी दिवस की शुभकामनाएं। 
 
जन-जन की आशा है हिन्दी 
भारत की भाषा है हिन्दी 
हिन्दी का सम्मान करें 
दु‍निया भर में नाम करें 
 
सरल है, सुबोध है, सुंदर अभिव्यक्ति है 
हिन्दी ही सभ्यता, हिन्दी ही संस्कृति है 
 
हिन्दी देश की भावना है 
स्नेहिल शुभकामना है... 
 
मधुर-मधुरतम भाव है, हमारा स्वभाव है, 
हिन्दी विराट वृक्ष की मीठी सघन छाँव है 
 
हिन्दी है भारत की शान आगे इसे बढ़ाना है
हर दिन, हर पल, हमको हिन्दी दिवस मनाना है 
 
हिन्दी जिसका नारा है
वह भारत हमको प्यारा है 
 
हिन्दी को सम्मान दो, हिन्दी गुणों की खान है 
हर भाषा में महान है, भारत की पहचान है
 
हम सब हिन्दी को अपनाएँ 
देश-विदेश में मान बढ़ाएँ
वैज्ञानिक भाषा है हिन्दी 
यह बात सबको समझाएँ... 
 
हिन्दी है जन-जन की धड़कन,
हिन्दी हमारी शान है,
हिन्द देश के वासी हैं हम,
हिन्दी हमारी पहचान है......
 
कोटि-कोटि कंठों की मधुर स्वरधारा है 
हिन्दी है हमारी, हिन्दुस्तान हमारा है ... 
ALSO READ: हिंदी दिवस 2022: क्यों मनाया जाता है हिंदी दिवस 14 सितंबर को?

ALSO READ: हिंदी दिवस की शुभकामनाएं :पढ़ें हिंदी के लिए 40 सरल नारे

ALSO READ: 14 सितंबर Hindi Diwas : मातृभाषा हिन्दी पर पढ़ें प्रभावी नारे

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

डाइजेशन से लेकर इम्यूनिटी तक: गर्मी में कच्चे पपीते का जूस ऐसे करेगा आपकी हेल्थ को सुपरचार्ज

अंबेडकर जयंती के अवसर पर जानिए डॉ. अंबेडकर के 10 प्रेरणादायक विचार

खूबसूरत और हेल्दी बालों के दुश्मन हैं ये 5 सबसे खराब हेयर ऑयल्स, क्या आप भी कर रहे हैं इस्तेमाल?

अखरोट के साथ ये एक चीज मिलाकर खाने के कई हैं फायदे, जानिए कैसे करना है सेवन

केले में मिला कर लगाएं ये सफेद चीज, शीशे जैसा चमकने लगेगा चेहरा

सभी देखें

नवीनतम

तेज धूप से आंखों के निचे आ गए हैं डार्क सर्कल्स? तो तुरंत अपनाएं ये असरदार होम रेमेडीज

कितना खतरनाक है आंखों में लेन्स लगाना? जानिए इसके चौकानें वाले साइड इफेक्ट्स

बैसाखी का त्योहार कब, क्यों और कैसे मनाया जाता है?

वर्तमान समय में हनुमान जी की प्रासंगिकता

अगला लेख