साहित्‍य कुंभ में बोले अभिनेता यशपाल शर्मा, 'कस्बाई शहर के आयोजन ने महानगरों को पीछे छोड़ा', सीहोर के साहित्‍य सम्‍मेलन में शामिल हुए लेखक और सितारे

Webdunia
रविवार, 5 जून 2022 (16:23 IST)
सीहोर, कोरोना के बाद आयोजन शुरू हुए। कई आयोजनों का हिस्सा मैं भी बना, लेकिन इतना भव्य आयोजन कस्बाई शहर में होगा इसका अनुमान नहीं था। इस आयोजन ने कई महानगरों के आयोजन को पीछे छोड़ दिया। यह बातें मशहूर फिल्म अभिनेता यशपाल शर्मा ने सीहोर में आयोजित साहित्य समागम में कहीं।

वे कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। उनके साथ ही आईसेक्ट के कुलाधिपति संतोष चौबे, पर्यावरणविद अमृता राय शामिल हुई। शनिवार को ढींगरा फैमिली फाउंडेशन और शिवना प्रकाशन ने क्रिसेंट रिजॉर्ट के लीजो हाल में सम्मान समारोह का आयोजन किया। ढींगरा फैमिली फाउण्डेशन और शिवना प्रकाशन विभिन्न विधाओं के साहित्यकारों का हर साल सम्मान समारोह करता है।

जिसमें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के साहित्याकारों को सम्मानित किया जाता है। यह आयोजन पहली बार शहर में आयोजित किया गया। इससे पहले ढींगरा फ़ैमिली फ़ाउण्डेशन यह आयोजन अमेरिका में आयोजित करता था। वहीं शिवना प्रकाशन भी देश के बड़े शहरों में शहर आयोजन करता था।

वर्ष 2019 में यह आयोजन संयुक्त रूप से भोपाल के राज्य संग्रहालय में आयोजित किया गया था। इस वर्ष आयोजन सीहोर के क्रिसेंट रिजोर्ट के लिजो हाल में आयोजित किया गया। जिसमें दोनों संस्थाओं के द्वारा 2020 और 2021 के 12 साहित्यकारों के साथ कोरोना में सराहनीय कार्य करने वाले डॉ. विजय सक्सेना का सम्मानित किया गया।

आयोजन में ममता कालिया, पंकज सुबीर, रणेंद्र, उमेश पंत, गीताश्री, लक्ष्मी शर्मा, इरशाद ख़ान सिकंदर, प्रज्ञा, रश्मि भारद्वाज, गरिमा संजय दुबे, ज्योति जैन तथा मोतीलाल आलमचंद्र ख्यात साहित्यकार शामिल हुए। वहीं उषाकिरण खान की और से सम्मान लेने एडीजीपी अनुराधा शंकर पहुंची और तेजेन्द्र शर्मा की ओर से सम्मान लेने उनकी बेटी फ़िल्म अभिनेत्री आर्य शर्मा सीहोर पहुंची।

शिवना से आई 15 किताबों का विमोचन
आयोजन के दौरान शिवना प्रकाशन ने 15 किताबों का विमोचन भी किया। कार्यक्रम को लेकर कार्यक्रम समन्वयक पंखुरी पुरोहित ने बताया कि ढींगरा फ़ैमिली फ़ाउण्डेशन अमेरिका ने अपने प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय कथा सम्मान तथा शिवना प्रकाशन ने अपने कथा-कविता सम्मान 2020 और 2021 पूर्व में घोषित कर दिए थे, लेकिन कोरोना की गाइडलाइन के चलते सम्मान समारोह का आयोजन नहीं किया जा सका था। अब जब किसी भी तरह की गाइडलाइन नहीं है तो संस्था समारोह आयोजित किया गया।

इन्‍हें लेखकों को मिला सम्‍मान
ढींगरा फ़ैमिली फ़ाउण्डेशन सम्मानों की चयन समिति के संयोजक पंकज सुबीर ने बताया कि वर्ष 2020 के सम्मानों के तहत 'ढींगरा फ़ैमिली फ़ाउण्डेशन लाइफ़ टाइम एचीवमेंट सम्मान' हिन्दी के वरिष्ठ साहित्यकार इंग्लैंड में रहने वाले तेजेंद्र शर्मा को प्रदान किए जाने का निर्णय लिया गया है। वहीं 'ढींगरा फ़ैमिली फ़ाउण्डेशन अंतर्राष्ट्रीय कथा सम्मान' उपन्यास विधा में वरिष्ठ साहित्यकार रणेंद्र को राजकमल प्रकाशन से प्रकाशित उनके उपन्यास 'गूँगी रुलाई का कोरस' के लिए तथा कथेतर विधा में उमेश पंत को सार्थक प्रकाशन से प्रकाशित उनके यात्रा संस्मरण 'दूर, दुर्गम, दुरुस्त' के लिए प्रदान किए जाएंगे।

साहित्यकार ममता कालिया को लाइफ टाइम एचीवमेंट
वहीं 2019 के सम्मान समारोह के तहत ढींगरा फ़ैमिली फ़ाउण्डेशन लाइफ़ टाइम एचीवमेंट सम्मान' हिन्दी की वरिष्ठ साहित्यकार ममता कालिया को प्रदान किया गया। उपन्यास विधा में वरिष्ठ साहित्यकार पद्मश्री उषाकिरण ख़ान को वाणी प्रकाशन से प्रकाशित उनके उपन्यास 'अगनहिंडोला' के लिए तथा कहानी विधा में प्रवासी कहानीकार अनिलप्रभा कुमार को भावना प्रकाशन से प्रकाशित उनके कहानी संग्रह 'कतार से कटा घर' के तहत प्रदान किया गया।

शिवना प्रकाशन के सम्मानों के बारे में जानकारी देते हुए कार्यक्रम समन्वयक आकाश माथुर ने बताया कि वर्ष 2021 के तहत 'अंतर्राष्ट्रीय शिवना कथा सम्मान' हिन्दी की चर्चित लेखिका लक्ष्मी शर्मा को शिवना प्रकाशन से प्रकाशित उनके उपन्यास 'स्वर्ग का अंतिम उतार' के लिए, 'अंतर्राष्ट्रीय शिवना कविता सम्मान' महत्त्वपूर्ण शायर इरशाद ख़ान सिकंदर को राजपाल एण्ड संस से प्रकाशित उनके ग़ज़ल संग्रह 'आँसुओं का तर्जुमा' के लिए प्रदान किया गया।

'शिवना अंतर्राष्ट्रीय कृति सम्मान' शिवना प्रकाशन से प्रकाशित पुस्तक 'सांची दानं' के लिए मोतीलाल आलमचन्द्र को प्रदान किया गया। वर्ष 2020 के तहत 'अंतर्राष्ट्रीय शिवना कथा सम्मान' हिन्दी की चर्चित लेखिका प्रज्ञा को लोकभारती प्रकाशन से प्रकाशित उनके उपन्यास 'धर्मपुर लॉज' के लिए, 'अंतर्राष्ट्रीय शिवना कविता सम्मान' महत्त्वपूर्ण कवयित्री रश्मि भारद्वाज को सेतु प्रकाशन से प्रकाशित उनके कविता संग्रह 'मैंने अपनी माँ को जन्म दिया है' के लिए प्रदान किया गया। 'अंतर्राष्ट्रीय शिवना कृति सम्मान' शिवना प्रकाशन से प्रकाशित कहानी संग्रह 'दो ध्रुवों के बीच की आस' के लिए कथाकार गरिमा संजय दुबे को प्रदान किया गया।

ढींगरा फ़ैमिली फ़ाउण्डेशन अमेरिका तथा शिवना प्रकाशन द्वारा हर वर्ष साहित्य सम्मान प्रदान किए जाते हैं। ढींगरा फ़ैमिली फ़ाउण्डेशन अमेरिका का यह पांचवा सम्मान है। हिन्दी की वरिष्ठ कथाकार, कवयित्री, संपादक डॉ. सुधा ओम ढींगरा तथा उनके पति डॉ. ओम ढींगरा द्वारा स्थापित इस फ़ाउण्डेशन के तहत दिए जाते हैं।

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