लोकसभा चुनाव 2019 पर कविता : चुनाव महा-उत्सव

डॉ. रामकृष्ण सिंगी
जन-उत्सव सा भारत में ये जो उत्साहपूर्ण मतदान है। 
अपने इस प्रजातंत्र की परिपक्वता की पहचान है।।1।। 
 
शांतिपूर्ण मतदान, निर्विघ्न, सुव्यवस्थित पोलिंग। 
चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली के प्रति हमारा एक तरफा सम्मान है ।।2।। 
 
हिमगिरि से कन्याकुमारी तक याकि कच्छ से लेकर अरुणांचल तक,
सभी मतदाताओं की व्यवहार-शैली एक समान है ।।3।। 
 
ये जो इस चांद की निर्मलता में हैं कुछ धब्बे से। 
कुछ ओछे नेताओं के गैर जिम्मेदाराना बयान हैं।।4।। 
 
पहले कशमकश, फिर अंतिम क्षणों में आपसी सौहार्द्र / मिलन। 
प्रतिद्वंद्वी दलों का भी सदा यही व्यवहार-रुझान है।।5।। 
 
वे जो कुछ उलझ रहे हैं, गला पकड़ कर आपस में,
कुछ अतिउत्साही, अंधभक्त, नादान हैं ।।6।। 
 
वर्ग, वर्ण, धर्म, भाषा, जीवन शैली की सभी विविधताओं के बीच। 
सबके लिए यह चुनाव समान आस्था का अनुष्ठान है ।।7।। 
 
एक विशाल देश में, महा-चुनाव का महा-महोत्सव यह,
इस देश की सर्व समावेशी उदार संस्कृति की शान है ।।8।।

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