स्वागत करिए नव-विहान का

डॉ. रामकृष्ण सिंगी
खुश है सारा आलम, मां लक्ष्मी की मधुर मुस्कान से।
नव-विकास की दीप ज्योति से, समृद्धि के नए विहान से।।1।।
 
कालेधन की रोकथाम से, रिश्वत वालों की नोटबंदी से।
कर-ढांचे में मौलिक सुधार से, संशोधनजनित क्षणिक मंदी से।।2।।
 
आमजन खुश है, विकृतियों पर साहसिक प्रहार से।
चीख रहा है वही कि, जो है परेशान इस मार से।।3।।
 
वह भी चीख रहा है, जो वर्षों से इनका पोषक था।
जनहित का मुखौटा पहने, जो खुद भी जनधन का शोषक था।।4।।
 
'उघरे अन्त न होहिं निबाहू।
कालनेमि जिमि रावण-राहू'।। (तुलसी )।।5।।
 
नव-जागरण का सूर्योदय होना ही है, मोदी के मंत्र से।
निरंतर कसावट से संकल्प-शक्ति से, सुदक्ष शासन-तंत्र से।।6।।
 
प्रभु! वंशवादी, चापलूस, भ्रमित, अंध-आलोचकों को सन्मति दो।
नेतृत्व की नादानी से, डूबती बूढ़ी पार्टियों को सद्गति दो।।7।।
 
हर जन-मन में राष्ट्रभक्ति के दीपक का दिव्य प्रकाश हो।
अब तक जितने (काले) उल्लू वाहन थे, लक्ष्मी के उनका नाश हो।।8।।

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

Ghibli व एनीमे: जापानी 'कल्चरल सुपरपावर' से भारत को सीख

डायबिटीज से लेकर वजन कम करने में बहुत फायदेमंद हैं ये काले बीज, ऐसे खाने से मिलेगा पूरा फायदा

हर युग में प्रासंगिक है भगवान श्रीराम का जीवन चरित्र, मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम पर निबंध 600 शब्दों में

अपने बेटे के व्यक्तित्व में चाहते हैं भगवान राम के गुण तो दीजिए उसे श्री राम से जुड़े ये सुन्दर नाम

जानिए कौन हैं घिबली' आर्ट की शुरुआत करने वाले हयाओ मियाजाकी, कितनी संपत्ति के हैं मालिक

सभी देखें

नवीनतम

जंगल में सरकार रहती है : नवीन रांगियाल की कविता

रामनवमी पर पंचामृत क्यों बनाते हैं, जानें इसे बनाने की आसान विधि

गर्मियों में अमृत के समान है गोंद कतीरा का सेवन, जानिए क्या हैं फायदे

गर्मियों में शरीर को ठंडक देंगे ये 5 ठंडी तासीर वाले ड्राई फ्रूट्स, जानें इनके हेल्थ बेनिफिट्स

लिवर में चर्बी जमा सकते हैं ये 10 फूड्स, क्या आप भी कर रहे हैं इनका सेवन?

अगला लेख