मुझको कोई गीत नया सुना जा

राकेशधर द्विवेदी
अब तो मेरे हमराही तू आ जा
मुझको कोई गीत नया सुना जा
 

 
दिल की गहराइयों में जो उतर जाए
ऐेसा कोई संगीत नया सुना जा। 
 
अब तो...
 
सूरज की पहली किरण ने कहा है
फूलों ने भौंरों से सुना है
यह कहने लगी हैं अब तो हवाएं
उसको सुनने लगी हैं फिजाएं
तुम हो मेरे मन के मीत और साथी
तो आके
प्रीत को कोई गीत नया सुना जा।
 
अब तो...
 
वर्षा की बूंदों-सा जो बरसे
पूनम का चांद-सा जो चमके
फूलों की-सी खुशबू हो जिसमें
ऐसा कोई नवगीत नया सुना जा
अब तो मेरे हमराही तू आ जा
मुझको कोई गीत नया सुना जा। 
 
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