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मुलाकात
स्त्री पैदा नहीं होती, बना दी जाती है
लेखन केवल कागज़ पर ही नहीं होता-तेजेन्द्र शर्मा
मुझे सत्यजीत रे की फिल्में न्यूयॉर्क में देखने को मिलीं
सूनी तारापुरवाला की लिखी पहली पटकथा पर बनी फिल्म 'सलाम बॉम्बे' को अकादमी पुरस्कार मिला। यह कोई मामू...
विज्ञान ने पुराने भय मिटाए पर नए खड़े किए
सुपरिचित युवा कवि और चित्रकार शिवनारायण सिंह अनिवेद मानव संसाधन मंत्रालय में उपसचिव हैं। दिल्ली के इ...
साहित्य लेखक की अकेली दुनिया नहीं
प्रयोजनमूलक साहित्य को आप किस रूप में स्वीकार करते हैं? इससे रचनाशीलकता पर क्या प्रभाव पड़ता है?
साहित्य के प्रति भरोसा खंडित न हो
नए विचारों को आने दीजिए : मालती जोशी
मनुष्य को मनुष्य बनाए रखना चाहते हैं तो साहित्य को सम्मान देना होगा
क्या आपको लगता है कि हिन्दी में अच्छा पढ़ने वाले समाप्त हो गए हैं? या पत्र-पत्रिकाओं और पुस्तकों से स...
कार्य जिनका सार्वजनिक जीवन पर असर पड़ता हो निजी नहीं
पिछले दिनों अदालत ने 86 वर्षीय खुशवंतसिंह की आत्मकथा 'ट्रुथ, लव एंड ए लिटिल मैलिस' के प्रकाशन की अनु...
जीवन के इस पड़ाव पर प्रश्न अभी शेष हैं
'मुझे नहीं लगता कि मैं अपनी यात्रा के अंतिम चरण में पहुंच गया हूं। कुछ सवाल अभी भी भीतर तैर रहे हैं ...
जो घटित होता है मैं वही लिखती हूं
मध्यवित्त बंगाली जीवन की निपुण चितेरी आशापूर्णा देवी बांग्ला साहित्य जगत में एक स्मरणीय नाम है। उन्ह...
मीडिया ने स्त्री को बिकाऊ बनाया है
आप दिल्ली में मिरांडा कॉलेज में पढ़ाती थीं। आपको पी़ढियों के वैचारिक बदलाव को करीब से महसूस करने का ...