Motivational Story : तीन छन्नियां

अनिरुद्ध जोशी
सोमवार, 17 फ़रवरी 2020 (11:48 IST)
यह कहानी महान दार्शनिक सुकरात की है। ओशो रजनीश ने अपने किसी प्रवचन में यह कहानी सुनाई थी। आप भी इसे पढ़ें और समझें।
 
 
प्रसिद्ध दार्शनिक सुकरात के पास एक परिचित आया और बोला- मैंने आपके दोस्त के बारे में कुछ सुना है।
 
 
सुकरात ने कहा- ठहरो, मुझे कुछ बताने से पहले हम एक छोटा सा परीक्षण कर लें, जिसे मैं ‘तीन छन्नियों का परीक्षण’ कहता हूं। इसमें पहली छन्नी सत्य की छन्नी है। क्या आप दावे से यह कह सकते हो कि जो बात तुम बताने जा रहे हो वह पूर्णतः सत्य है?
 
 
परिचित ने कहा- नहीं, दरअसल मैंने सुना है कि…'
 
 
सुकरात ने कहा- रुको, इसका अर्थ यह है कि तुम पूर्णतः आश्वस्त नहीं हो। चलो, अब दूसरी अच्छाई की छन्नी का प्रयोग करते हैं। मेरे दोस्त के बारे में तुम जो भी बताने जा रहे हो क्या उसमें कोई अच्छी बात है?
 
 
परिचित ने कहा- नहीं, बल्कि वह तो…।
 
 
सुकरात ने कहा- ठहरो, इसका अर्थ यह है कि उसमें कोई भलाई की बात भी नहीं है। खैर, अंतिम छन्नी का परीक्षण अभी बचा है और वह है उपयोगिता की छन्नी। जो बात तुम मुझे बताने वाले थे, क्या वह मेरे किसी काम की है?

 
परिचित ने कहा- नहीं, ऐसा तो नहीं है, लेकिन...।
 
 
सुकरात ने कहा- बस, हो गया। जो बात न तो सत्य है, न ही अच्छी है और न ही मेरे भलाई की है, तो मैं उसे जानने में अपना कीमती समय क्यों नष्ट करूं?
 
 
इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि हम जीवन में ऐसी कई बातें और कार्य करते हैं जिसका हमारे जीवन से कोई संबंध नहीं रहता है और हम व्यर्थ ही समय बर्बाद करते रहते हैं। समय बहुत कीमती है इसे अपनी और दूसरों की भलाई में लगाएं।
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है आंवला और शहद, जानें 7 फायदे

थकान भरे दिन के बाद लगता है बुखार जैसा तो जानें इसके कारण और बचाव

गर्मियों में करें ये 5 आसान एक्सरसाइज, तेजी से घटेगा वजन

वजन कम करने के लिए बहुत फायदेमंद है ब्राउन राइस, जानें 5 बेहतरीन फायदे

गर्मियों में पहनने के लिए बेहतरीन हैं ये 5 फैब्रिक, जानें इनके फायदे

फ़िरदौस ख़ान को मिला बेस्ट वालंटियर अवॉर्ड

01 मई: महाराष्ट्र एवं गुजरात स्थापना दिवस, जानें इस दिन के बारे में

चित्रकार और कहानीकार प्रभु जोशी के स्मृति दिवस पर लघुकथा पाठ

गर्मियों की शानदार रेसिपी: कैसे बनाएं कैरी का खट्‍टा-मीठा पना, जानें 5 सेहत फायदे

Labour Day 2024 : 1 मई को क्यों मनाया जाता है मजदूर दिवस?

अगला लेख