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होली में अलग-अलग रंगों से खेलने का महत्व

कृष्णा गुरुजी
मंगलवार, 11 मार्च 2025 (11:40 IST)
होली 2025 भारत का सबसे रंगीन और आनंदमय त्योहार है, जिसे प्रेम, उमंग और उत्साह के साथ मनाया जाता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि हम होली अलग-अलग रंगों से क्यों खेलते हैं? होली का उत्सव केवल रंगों की मस्ती तक सीमित नहीं है, बल्कि यह जीवन, रिश्तों और एकता का एक गहरा संदेश भी देता है।ALSO READ: क्या होली की मस्ती में भांग वाली ठंडाई पीना है सेफ? कितनी मात्रा में पीने से नहीं चढ़ता नशा?
 
रंग और मानव स्वभाव की विविधता: जिस प्रकार प्रकृति में अनेक रंग होते हैं, उसी प्रकार प्रत्येक व्यक्ति का स्वभाव भी अलग होता है। कुछ लोग गहरे रंगों की तरह गंभीर होते हैं, जबकि कुछ हल्के रंगों की तरह खुशमिजाज और चंचल होते हैं। होली हमें यह सिखाती है कि हमें सभी की भिन्नताओं को स्वीकार करना चाहिए और प्रेम और सौहार्द के रंग में मिलकर रहना चाहिए।
 
समान शरीर, लेकिन अलग स्वभाव: सभी मनुष्यों के शरीर समान होते हैं, लेकिन उनके स्वभाव और व्यवहार उन्हें अलग पहचान देते हैं। होली हमें यह याद दिलाती है कि भले ही हमारे विचार, आदतें और जीवनशैली अलग-अलग हों, लेकिन हम प्रेम और एकता के रंग में एक हो सकते हैं।
 
"बुरा न मानो, होली है" का वास्तविक अर्थ: "बुरा न मानो, होली है" यह प्रसिद्ध वाक्य केवल एक मजाक नहीं, बल्कि एक गहरा संदेश भी देता है। यह हमें सिखाता है कि हमें अपने पुराने मतभेदों, गलतफहमियों और नकारात्मकता को छोड़ देना चाहिए। जिस प्रकार रंग सभी को एक समान रंग देते हैं, उसी प्रकार हमें भी बिना किसी भेदभाव के सभी को अपनाना चाहिए और प्रेमपूर्वक इस पर्व को मनाना चाहिए।ALSO READ: 'भद्रा' उपरांत करें होलिका-दहन, जानें मुहूर्त और होली की विशेष साधनाएं और अनुष्ठान
 
कलियुग में होली का असली अर्थ: आज के समय में होली केवल रंग खेलने का पर्व नहीं है, बल्कि यह आपसी मतभेदों को मिटाने का अवसर भी है। जब हम लोगों के स्वभाव को समझते हैं और फिर भी उन्हें प्रेम से अपनाते हैं, तब हम होली का असली महत्व समझते हैं। होली 2025 हमें रिश्तों को मजबूत करने और प्रेम और सद्भाव पर आधारित समाज बनाने का एक सुनहरा अवसर देती है।
 
प्रेम के रंगों से होली मनाएं: सच्ची होली केवल बाहरी रंगों से खेलने में नहीं, बल्कि अपने हृदय को प्रेम, आनंद और करुणा से भरने में है। होली का उत्सव हमें अपने रिश्तों को और अधिक मजबूत करने और खुशियां बांटने का अवसर देता है।
 
इस होली 2025 पर, आइए हम रंगों से आगे बढ़कर इस पर्व के वास्तविक अर्थ को अपनाएं- स्वीकार्यता, एकता और निश्छल प्रेम। यह पर्व सभी के लिए शांति, खुशी और मेलजोल लेकर आए!

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