देशभक्ति पर बेहतरीन हिन्दी कविता : करुणा दया प्रेम का भारत

प्रभुदयाल श्रीवास्तव
मंगलवार, 13 अगस्त 2024 (12:10 IST)
Poem on 15th August
 

ALSO READ: 15 अगस्त, स्व‍तंत्रता दिवस पर कविता : इसी देश में
 
भारत मां का शीश हिमालय‌ 
चरण हैं हिन्द महासागर, 
मातुश्री के हृदय देश में 
बहती गंगा हर-हर-हर। 
  
अगल-बगल माता के दोनों 
लहराते हैं रत्नाकर, 
पूरब में बंगाल की खाड़ी 
पश्चिम रहे अरब सागर। 
  
मध्यप्रदेश में ऊंचे-ऊंचे 
विंध्य, सतपुड़ा खड़े हुए, 
सोन, बेतवा, चंबल के हैं 
यहीं कहीं चरणों के घर। 
  
छल-छल छलके यहां नर्मदा 
यमुना-केन चहकती हैं, 
दक्षिण में गोदावरी, कृष्णा 
पार उतारें भवसागर। 
  
हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई 
रहते हैं सब मिल-जुलकर, 
यहां चाहते देवता रहना 
स्वर्ग लोक से आ-आकर। 
  
कहीं भेद न भाव धर्म का 
न ही जाति का बंधन, 
करुणा, दया, प्रेम का भारत‌ 
मन सबके निर्मल, निर्झर।

ALSO READ: आजादी पर्व के अवसर पर रोचक कविता : विश्व पटल पर चमके हम
 
(वेबदुनिया पर दिए किसी भी कंटेट के प्रकाशन के लिए लेखक/वेबदुनिया की अनुमति/स्वीकृति आवश्यक है, इसके बिना रचनाओं/लेखों का उपयोग वर्जित है...)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

क्या बहराइच का लंगड़ा भेड़िया है अल्फा मेल? जानिए 50 गांवों में क्यों फैली है दहशत

महाराष्ट्र में महायुति को बहुमत मिलने की स्थिति में क्या शिंदे का पत्ता साफ हो जाएगा?

iPhone 16 सीरीज लॉन्च होते ही सस्ते हुए iPhone 15 , जानिए नया आईफोन कितना अपग्रेड, कितनी है कीमत

Manipur: छात्रों के आंदोलन के बीच पूरे मणिपुर में इंटरनेट सेवा निलंबित, हथियारों के अवशेष मिले

Delhi : AAP सरकार को गिराने की साजिश, दिल्ली में राष्ट्रपति शासन की तैयारी, आतिशी ने BJP पर लगाया आरोप

सभी देखें

नवीनतम

बहराइच में भेड़िये का हमला, 11 साल की लड़की को घायल कर भागा

live : बहस से पहले कमला हैरिस और ट्रंप ने मिलाया हाथ, फिर एक दूसरे पर जमकर किया हमला

हरियाणा चुनाव के लिए AAP ने जारी की तीसरी सूची, अब तक 40 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान

पीएम मोदी ने दिया आश्वासन, वैज्ञानिक समुदाय को संसाधनों की नहीं होगी कोई कमी

UP : मॉब लिंचिंग से बचने के लिए ओवरब्रिज से कूदा युवक, गई जान, वीडियो वायरल

अगला लेख