भारत-चीन युद्ध, रेज़ांगला की लड़ाई (India-China War-1962)

Webdunia
शुक्रवार, 24 जुलाई 2020 (11:44 IST)
भारत-चीन का यह युद्ध 20 अक्टूबर 1962 को शुरू हुआ था। चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने गलवान पोस्ट पर भारी गोलीबारी और बमबारी के लिए एक बटालियन को भेजा था। इस दौरान यहां 33 भारतीय सैनिक मारे गए थे, कई कंपनी कमांडर और अन्य लोगों को चीनी सेना ने बंदी बना लिया।
ALSO READ: दुश्मनों के लिए और घातक बनेगा लड़ाकू विमान राफेल, भारतीय वायुसेना जोड़ेगी HAMMER मिसाइल
18 नवंबर, 1962 को लद्दाख में 18,000 फुट ऊंची ऊंची एक बर्फीली चोटी पर चीन के साथ यह लड़ाई लड़ी गई। चीन ने रेज़ांगला की भारतीय पोस्ट पर अचानक हमला कर दि‍या था। चीन रेज़ांगला पर कब्जा कर चुशूल गैरिसन का लेह से सड़क संपर्क तोड़ना चाहता था। उस दौरान वहां 13 कुमाऊं रेजिमेंट तैनात थी। भारत के सि‍र्फ 124 जवानों ने चीन के 1300 सैनिक मार गिराए थे। 20 अक्‍टूबर से लेकर 21 नवंबर तक पूरे 1 महीने तक यह युद्ध चला था। बाद में युद्ध विराम की घोषणा हुई। भारत के अक्साई चिन के बड़े हिस्से पर चीन ने कब्जा जमा लिया।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

भारत कोई धर्मशाला नहीं, लोकसभा में बोले अमित शाह, इमिग्रेशन बिल 2025 पास

रोहिंग्या हो या बांग्लादेशी घुसपैठिए, सब पर लगेगी लगाम, लोकसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने बताया प्लान

Ranya Rao को तीसरी बार झटका, जमानत याचिका नामंजूर, जानिए Gold smuggling case में अब तक क्या-क्या हुआ

Hurun Global rich List : 284 अरबपतियों के पास भारत की GDP का एक तिहाई हिस्सा, मुकेश अंबानी एशिया में सबसे अमीर

क्‍या है सत्‍ता जिहाद जिसे लेकर उद्धव ठाकरे ने साधा पीएम मोदी पर निशाना?

सभी देखें

नवीनतम

जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ FIR की मांग वाली याचिका पर SC में सुनवाई आज, 6 बार एसोसिएशन ने की CJI से मुलाकात

अगले साल बंगाल में कमल खिलेगा, घुसपैठ बंद होगी : अमित शाह

कुमार विश्वास के घर के बाहर मारपीट, सुरक्षाकर्मियों पर पिटाई करने का आरोप

कुणाल कामरा को मुंबई पुलिस ने भेजा नया समन, 31 मार्च को पूछताछ के लिए बुलाया

प्रधानमंत्री मोदी 30 मार्च को जाएंगे नागपुर, RSS संस्थापक हेडगेवार स्मारक का करेंगे दौरा

अगला लेख