राष्ट्रपति चुनाव में साझा उम्मीदवार उतार सकता है विपक्ष

Webdunia
शनिवार, 11 जून 2022 (18:29 IST)
नई दिल्ली। विपक्ष 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए साझा उम्मीदवार उतार सकता है और इसको लेकर बातचीत भी शुरू हो चुकी है। हालांकि आंकड़े उसके पक्ष में नहीं दिखते। सूत्रों का कहना है कि राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कुछ विपक्षी दलों के नेताओं से संपर्क किया है और साझा उम्मीदवार के संदर्भ में उनकी राय जानी है। 
 
सूत्रों के अनुसार, कुछ विपक्षी दलों की राय है कि उन्हें सत्तापक्ष को वाकओवर नहीं देना चाहिए, बल्कि चुनौती पेश करनी चाहिए। भाकपा सांसद विनय विश्वम ने बृहस्पतिवार को कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता खड़गे ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए ‘साझा उम्मीदवार’ पर चर्चा के लिए उनसे संपर्क किया है।
 
राज्यसभा सदस्य विश्वम ने ट्वीट किया कि खड़गे जी ने मुझसे बात की और राष्ट्रपति चुनाव के लिए साझा उम्मीदवार के संदर्भ में चर्चा की। मैंने उनसे कहा कि भाकपा ऐसे किसी भी साझा उम्मीदवार का समर्थन करेगी, जो धर्मनिरपेक्ष विचार वाला हो और प्रगतिशील नजरिया रखता हो। उन्होंने जवाब दिया कि सोनिया गांधी जी और कांग्रेस पार्टी का भी यही रुख है।
 
विपक्ष के एक वरिष्ठ नेता से कहा कि विपक्षी दलों के बीच राष्ट्रपति चुनाव को लेकर विचार-विमर्श आरंभ हो गया है। सहमति बन जाने के बाद साझा उम्मीदवार खड़ा किया जा सकता है।
 
ममता से भी मिले खड़गे : मल्लिकार्जुन खड़गे ने राष्ट्रपति चुनाव को लेकर शुक्रवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और द्रमुक, भाकपा, माकपा तथा आदमी पार्टी के नेताओं के साथ चर्चा की। सूत्रों का कहना है कि खड़गे ने तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता से फोन पर बात की और ममता भी इस पक्ष में हैं कि शीर्ष संवैधानिक पद के चुनाव में विपक्ष की तरफ से एक साझा उम्मीदवार होना चाहिए।
 
सूत्रों के अनुसार खड़गे की ओर से ममता से सम्पर्क साधे जाने के एक दिन पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के साथ ही तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, माकपा महासचिव सीताराम येचुरी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार से बातचीत की थी और उनसे कहा था कि विपक्ष के साझा उम्मीदवार के मुद्दे पर चर्चा के लिए बैठक बुलाई जाए। खड़गे ने द्रमुक के नेता तिरुचि शिवा, आप के संजय सिंह, माकपा के एलामारम करीम से बात की है।
 
एनडीए के वोटों का गणित : आंकड़ों पर नजर डालें तो राष्ट्रपति चुनाव में भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का पलड़ा भारी नजर आता है। राजग के पास कुल 10,86,431 में से करीब 5,35,000 मत हैं। राजग के उम्मीदवार को अन्नाद्रमुक, बीजू जनता दल और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी जैसी कुछ पार्टियों का भी समर्थन मिल सकता है।
 
यूपीए का गणित : संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन के पास सांसदों के 1.5 लाख से अधिक वोट हैं और करीब इस संख्या में उसे विधायकों के भी वोट मिलेंगे। अतीत के कुछ चुनावों में भी विपक्ष के उम्मीदवार को 3 लाख से थोड़ा अधिक मत मिलते रहे हैं।
 
कुल वोटर इतने हैं : आगामी चुनाव में 4,809 निर्वाचक होंगे, जिनमें 776 सांसद और 4,033 विधायक होंगे। इनमें 223 राज्यसभा सदस्य और लोकसभा के 543 सदस्य शामिल हैं।

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