निमाड़ के बड़वानी और इसके आसपास के गांवों के लोग इन दिनों जमकर दहशत में जी रहे हैं। वजह है एक अज्ञात और रहस्यमयी जानवर। यह जानवर अब तक 6 लोगों की जान ले चुका है। जबकि 15 से ज्यादा लोग इसके हमले में घायल हो गए हैं। रहवासी और वन विभाग इसके अलग अलग होने के दावे कर रहे हैं, ऐसे में रहस्य और ज्यादा गहरा गया है।
कुछ ही समय पहले यह जानवर एक सीसीटीवी कैमरे में नजर आया है। दिखने में यह कुत्ते से बड़ा और भूरे-काले रंग की धारियों वाला दिख रहा है। घायल ग्रामीणों का कहना है कि यह जानवर लकड़बग्घा है, जबकि वन विभाग इसे सियार बता रहा है, जिसकी मौत हो चुकी है। इससे विभाग के दावे पर सवाल उठने लगे हैं।
डर के मारे दहशत में ग्रामीण : अज्ञात जानवर के हमले में अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है। ऐसे में कई गांव के लोग दहशत में हैं। हाल ही में मुरली रतन नामक व्यक्ति पर भी हमला हुआ था। मुरली एमवाय अस्पताल में भर्ती हैं। उनके बेटे विजय ने बताया कि सुबह 4.30 बजे ड्यूटी पर जा रहे थे तभी जानवर ने उनकी जांघ और हाथ पर हमला कर दिया। वह भी दावा कर रहे हैं कि जानवर लकड़बग्घा ही था, जो कुत्ते से ज्यादा खूंखार था। केरमला गांव की आरती कुशवाह पर भी बुधवार सुबह हमला हुआ। उनके बेटे गणेश ने बताया कि वह घर के बाहर काम कर रही थीं तभी जानवर ने उन पर झपट्टा मारा और हाथ पर काटकर भाग गया। उन्होंने भी जानवर को कुत्ते से बड़ा बताया। उसी दिन तीन मासूम बच्चियों रितिका, ऋषिका और काजल पर भी हमला हुआ, जिन्हें पहले एमवाय अस्पताल और फिर अन्य अस्पताल ले जाया गया।
क्या बताया इंदौर में भर्ती घायल ने : इंदौर के एमवाय अस्पताल में इलाज करा रहे घायल बुजुर्ग दगडू सूर्यवंशी के बेटे राजेंद्र के मुताबिक उसके पिताजी पर बुधवार तड़के 4 बजे हमला हुआ था। वे गांव के बामन मंदिर से निकलने वाली प्रभात फेरी में शामिल होने के लिए जा रहे थे, तभी सर्वेश्वर महादेव मंदिर के पीछे मंडी गेट के पास एक कुत्ते के पीछे दौड़ता हुआ जानवर आया और पिताजी पर झपट पड़ा। उसने पहले जांघ पर, फिर हाथ और गर्दन पर हमला किया। दगडू ने जानवर की गर्दन पर पैर रखा तो उसे अच्छे से देख सके। उन्होंने उसे भूरे-काले धारीदार रंग का और कुत्ते से बड़ा बताया। वे 1 जून से एमवाय अस्पताल में भर्ती हैं और बार-बार कह रहे हैं कि वह न सियार था, न कुत्ता, वह लकड़बग्घा था।
अलग दावों से गहराया रहस्य : बता दें अज्ञात जानवर को लेकर ग्रामीणों और वन विभाग के दावे अलग अलग हैं। घायलों और परिजनों का दावा है कि वही जानवर लकड़बग्घा है। वहीं, बड़वानी के डीएफओ आशीष बसोड ने कहा कि वीडियो में जो जानवर दिख रहा है वह कुत्ता है, लकड़बग्घा का रिहायशी इलाकों में आना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग जानबूझकर इसे वन्यजीव बता रहे हैं ताकि मुआवज़ा प्राप्त किया जा सके। हालांकि, गांव के सरपंच और कई लोगों का मानना है कि यह दावा सही नहीं है। सीसीटीवी फुटेज दिखने के बाद भी किसी को समझ नहीं आ रहा है कि आखिर कौन सा जानवर है।
Edited By: Navin Rangiyal