इंदौर में हैरान करने वाला एक मामला सामने आया है। यहां मंगलवार को हो रही कलेक्टर की जनसुनवाई में जब देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति अपनी पत्नी के साथ पहुंचे तो हर कोई हैरान था। वे डरे सहमे थे। जब बाद में मामला सामने आया तो हर कोई सुनकर दंग था।
दरअसल, पूर्व कुलपति नरेंद्र धाकड़ मंगलवार को जनसुनवाई में यह अपने बेटे अमित पर आरोप लगाया कि उनके बेटे ने उन्हें पीटा और संपत्ति के दस्तावेजों पर जबरदस्ती हस्ताक्षर भी करवा लिए। उन्होंने आरोप लगाया कि बेटे अमित ने उनके साथ मारपीट की।
वे यह आरोप अपने एक आवेदन में लेकर कलेक्टर की जनसुनवाई में पहुंचे। जैसे ही यह मामला सामने आया शहर में उन्हें जानने और पहचानने वाले लोग हैरान थे। इस पूरे प्रकरण में वेबदुनिया ने उनके बेटे अमित का पक्ष जानने के लिए उनसे चर्चा की।
क्या बताया बेटे अमित ने : अमित धाकड़ से पूछा गया कि उनके पिता नरेंद्र धाकड़ ने उन पर मारपीट और दस्तावेजों पर जबरन हस्ताक्षर करने का आरोप लगाया है तो उन्होंने बताया कि यह सरासर गलत है। जिसने अपने पिता के सपने पूरे करने के लिए सबकुछ किया। अपनी नौकरी छोड़कर पिता के साथ रहने के लिए आया। हमेशा उनके साथ खड़ा रहा, वो उनके साथ ऐसा क्यों करेगा। उन्होंने बताया कि जहां तक संपत्ति की बात है तो मैंने खुद अपना घर नहीं बेचा यहां तक कि उनका पुराना घर नहीं मांगा तो फिर मैं ऐसा क्यों करूंगा।
बेटी को बुरी तरह मारा, मेरे पास एविडेंस है : अमित ने बताया कि उनके मानसिक असंतुलन का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने मेरी छोटी बेटी को बुरी तरह से मारा था। उन्होंने कहा कि इसका एविडेंस भ उनके पास है। इस बारे में चर्चा करने के लिए हमने पूर्व कुलपति श्री धाकड़ से चर्चा करने के लिए कॉल किया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। बता दें कि उनके जानने और पारिवारिक लोगों ने बताया कि उन्होंने कभी श्री धाकड़ के परिवार में इस तरह की कहासुनी और विवाद नहीं सुना। वे खुद इस बारे में सुनकर हैरान हैं।
रिपोर्ट : नवीन रांगियाल