भारतीय जनता पार्टी के जाने-माने राजनेता अरुण जेटली बहुत अच्छे वकील भी रहे। भारत के पूर्व वित्त मंत्री और भारत सरकार में कॉर्पोरेट मामलों के मंत्री भी रहे चुके हैं अरुण जेटली। भाजपा में आने से पूर्व वह सुप्रीम कोर्ट में लॉ प्रैक्टिस कर रहे थे। उन्हें दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा वरिष्ठ वकील के रूप में नामित किया गया था। जेटली ने 1975 में आपातकाल के दौरान इंदिरा गांधी सरकार के खिलाफ आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लिया। और फिर उन्हें पहले अंबाला जेल और बाद में तिहाड़ जेल में बंद कर दिया। 28 दिसंबर को अरुण जेटली की जन्म जयंती है
आइए जानते हैं उनके बारे में 8 रोचक तथ्य -
1. अरुण जेटली सीए बनना चाहते थे। लेकिन वह नहीं बन सके तो उन्होंने कानून की पढ़ाई की। और 1987 में वकालत के तौर पर करियर शुरू किया।
2.अरुण जेटली की पढ़ाई दिल्ली में सेंट जेवियर में पढ़ाई हुई। श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से कॉमर्स की डिग्री ली। और 1977 में वकालत की पढ़ाई पूरी की।
3.अरुण जेटली अपने कॉलेज के दौरान ही राजनीति में सक्रिय हो गए थे। वे डीयू से स्टूडेंट यूनियन के अध्यक्ष रहे। आपातकाल के दौरान उन्होंने मोर्चा संभाला और 19 महीने तक वह नजरबंद रहे। जैसे ही रिहा हुए उन्होंने जनसंघ की सदस्यता ली।
4. जेटली जाने माने वकील थे। उन्होंने सभी दलों के नेताओं के केस लड़े। जनता दल के शरद यादव से लेकर कांग्रेस के माधवराव सिंधिया और भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी तक का केस लड़ा। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में पेप्सी का मुकदमा भी लड़ा। बाद में कोका कोला कंपनी ने भी अपने एक मामले में उन्हें वकील बनाया।
5. 2009 में राज्यसभा में विपक्ष के नेता बने तब उन्होंने प्रैक्टिस करना बंद कर दिया। पूर्व पीएम अटल जी के कार्यकाल में अरुण जेटली वाजपेयी जी की पहली पसंद थे। वहीं पीएम मोदी के कार्यकाल वे नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार में मंत्री बनाये गए। उन्होंने कई मंत्रियों में अपनी सेवाएं दीं।
6. अरुण जेटली की शादी संगीता डोगरा से हुई थी। वह जम्मू-कश्मीर के पूर्व वित्त मंत्री गिरधारी लाल डोगरा की बेटी हैं। अरुण जेटली के एक बेटा और एक बेटी हैं। दोनों पेशे से वकील हैं।
7. अरुण जेटली लोकसभा के लिए चुने गए और वो 4 बार संसद पहुंचे। चारों बार राज्यसभा के जरिए।
8.अरुण जेटली देश के सबसे लोकप्रिय खेल क्रिकेट में प्रशासक के रूप में भी जुड़े रहे। वो दिल्ली जिला क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष थे।