इंदौर के अति लोकप्रिय और सुदर्शन व्यक्तित्व के धनी श्रीमंत युवराज सवाई यशवंतराव होलकर की बारात में लुटाए गए थे सोने के फूल। युवराज यशवंतराव होलकर का विवाह 9 फरवरी 1924 को महारानी संयोगिता के साथ हुआ था। युवराज की बारात का काफिला लगभग 8 किलोमीटर लंबा था।
कहा जाता है कि बारात के सारे रास्तेभर सोने के फूल लुटाए गए थे। उस दिन पूरे इंदौर शहर को दावत का न्योता था। साथ ही इंदौर से गुजरने वाली प्रत्येक रेलगाड़ी के यात्रियों को भी भोजन कराया गया था। युवराज यशवंतराव होलकर (द्वितीय) के विवाह पर उनके पिता महाराजा तुकोजीराव होलकर (तृतीय) ने लगभग 25 लाख रुपए व्यय किए थे।
युवराज यशवंतराव होलकर की 2 विदेशी पत्नियां भी थीं- मार्गरेट लावर तथा यूफेमिया वाट। यूफेमिया वाट से उनका परिणय संबंध वर्ष 1943 में हुआ था। यूफेमिया वाट से उन्हें एक पुत्ररत्न की प्राप्ति हुई जिन्हें प्रिंस रिचर्ड होलकर (शिवाजीराव द्वितीय) के नाम से जाना जाता है। प्रिंस रिचर्ड का विवाह शैली बड (शालिनी देवी) के साथ हुआ।